सिर दर्द – Headache
दुनिया भर में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति मिले जिसे कभी सिर दर्द न हुआ हो। इसमें कोई संदेह नहीं कि आजकल की अत्यधिक व्यस्त दिनचर्या, तनाव युक्त जीवन की भागदौड़ और गलत आहार-विहार के कारण आए दिन सिर दर्द होना आम बात हो गई है। वास्तव में देखा जाए, तो सिर दर्द कोई स्वतंत्र रोग न होकर किसी बीमारी का लक्षण मात्र होता है।
कारण : सिर दर्द होने के मुख्य कारण शारीरिक और मानसिक होते हैं, जिनमें उच्च रक्तचाप, नेत्र ज्योति का कमजोर होना, अपच, कब्ज, लू लगना, अनियमित मासिक धर्म, साइनस, आंत के कृमि, ज्वर, रजोनिवृत्ति, निरंतर चिंता और मानसिक तनाव, देर रात तक जागना, अनिद्रा, शोक करना, तेज धूप में घूमना, अत्यधिक मात्रा में दिमागी अथवा शारीरिक कार्य करना, ईर्ष्या, हीनभावना, गर्भाशय विकार, मस्तिष्क में रक्त संचय, स्नायविक गड़बड़ी, बहुत ज्यादा शुक्रक्षय, कमजोरी, शराब, तंबाकू, नशीली चीजें खाना, ऊब, एकरसता आदि प्रमुख कारण हैं।
लक्षण : इस रोग के प्रमुख लक्षणों में पूरे सिर में दर्द होना, सिर में भारीपन लगना, दर्द बना रहना, कनपटी में दर्द, सेंक करने, बांधने और दबाने पर सिर दर्द में कमी मालूम पड़ना, सिर नीचा करने पर दर्द बढ़ना, सोने पर दर्द में आराम मिलना आदि देखने को मिलते हैं।
What to eat during Headache? क्या खाएं
- सुपाच्य, हलका भोजन नियमित समय पर खाएं।
- चावल, छिलकायुक्त मूंग की दाल, दूध, पुराना घी, हलुआ, रबड़ी, मक्खन, मलाई, छाछ आदि का सेवन करें।
- फलों में आंवला, अनार, आम, कच्चा नारियल, अंगूर एवं सेब खाएं।
- सब्जी में करेला, बथुआ, नीबू, टमाटर, अदरक, लहसुन, परवल सेवन करें।
What not to eat during Headache? क्या न खाएं
- बासी, भारी, गरिष्ठ, मिर्च-मसालेदार भोजन न खाएं।
- अत्यधिक गर्म अथवा अत्यधिक ठंडे पदार्थ सेवन न करें।
- विरुद्ध (बेमेल) भोजन न करें।
- रात्रि में दही का सेवन न करें।
- कड़क चाय, कॉफी, शराब, तंबाकू, अति नमकीन चीजें न खाएं।
- अचार, अमचूर की खटाई, इमली से परहेज करें।
What to do during Headache? क्या करें
- सुबह-शाम खुली हवा में घूमने जाएं।
- हलका व्यायाम जैसे योगासन और प्राणायाम करें।
- षड्बिंदु तेल या यूकेलिप्टस आइल सूंघें।
- खसखस के बीज या दालचीनी या राई को पानी में पीसकर बने लेप को माथे व कनपटियों पर लगाएं।
What not to do during Headache? क्या न करें
- सिर पर मालिश न करें।
- मल, मूत्रादि के वेग को न रोकें।
- बीड़ी, सिगरेट, सिगार से परहेज करें।
- रात्रि में देर तक जागरण न करें।
- अनियमित आहार-विहार न करें।
- स्त्री-प्रसंग अधिक न करें।
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