योग हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह हमारे शरीर को अंदर और बाहर दोनों तरफ से निरोगी बनाए रखता है। योग के आसन कई तरह के होते हैं उनमें से एक है वक्रासन। वक्रासन बैठकर करने वाले आसनों के सबंधित आता है। वक्र संस्कृत का शब्द है जिसका मतलब है टेढ़ा। लेकिन इस आसन के करने से मेरुदण्ड सीधा होता है। हलाकि शरीर पूरा टेढ़ा ही हो जाता है। आइए जानते है वक्रासन योगा कैसे करें, विधि, लाभ एवं सावधानियां – Vakrasana steps and benefits in hindi.
वक्रासन योग विधि – Vakrasana Steps in Hindi
वक्रासन रीढ़ की सक्रियता को बढ़ाता है। मधुमेह से आपको बचाता है। डिप्रेशन में बहुत अहम भूमिका निभाता है। अब बात आती है इस आसान को सही तरीके से कैसे किया जाय। यहाँ पर इसके करने के सरल तरीके बताए जा रहे है जिसको आप अच्छी तरह से समझ कर आसानी से अपने घर पा कर सकते है।
Step 1: आप अपने पैरों को फैलाकर ज़मीन पर बैठें, ध्यान रहे दोनों पैरों के बीच की दूरी न हो।
Step 2: बाएं पाव को घुटने से मोड़ें और इसको उठाकर दाएं घुटने के बगल में रखें।
Step 3: रीढ़ सीधी रखें और साँस छोड़ते हुए कमर को बाई ओर मोड़ें।
Step 4: अब हाथ के कोहनी से बाएं पैर के घुटने को दबाब के साथ अपनी ओर खीचें।
Step 5: आप पैर को इस तरह से अपनी ओर खींचते है कि पेट में दबाब आए। अपने हिसाब से योगासन को मेंटेन करें।
Step 6: अब साँस छोड़ते हुए अपनी पहली पोजिशन में आए।
Step 7: यह प्रोसेस दूसरी ओर दोहराए। यह एक चक्र हुआ। इस तरह से आप्र 4-5 चक्र कर सकते हैं।
वक्रासन योग करने से लाभ – Vakrasana Benefits in Hindi
1- डॉयबिटीज़ या मधुमेह को रोकने के लिए वक्रासन योग बहुत ही फायदेमंद होता है। यह पईक्रियास को एक्टिव करता है और सही मात्रा में इंसुलिन के स्राव में मदद करता है। इस तरह से यह डाइबिटीज के कंट्रोल और प्रबंधन में अहम भूमिका निभाता है।
2- इस योगासन के रोजाना प्रेक्टिस से आपके शरीर की चर्बी कर होती है। क्यूंकि इस योगा के व्यायाम से आपके पेट और शरीर मे अच्छा ख़ासा दबाब पड़ता है।
3- यदि आपके कमर में ऐंठन या कोई दर्द हो तो यक़ीनन यह रोग जल्दी सही हो जाएगा।
4- यह योगासन रीढ़ की हड्डी के लिए रामबाण उपाय है। यह रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाते हुए इसको स्वस्थ बनता है।
5- अगर आपको कब्ज, अपच, गैस की प्रॉब्लम हो तो आपको वक्रासन ज़रूर करना चाहिए।
6- इससे पेट और पाचन क्रिया से रिलेटेड सभी अंगो को सक्रियता मिलती है। एंजाइम और हार्मोन के स्राव में लाभकारी साबित होता है।
7- इस आसन के योग अभ्यास से आपके गर्दन मे कोई समस्याएं जैसे दर्द, खिचाव न आना सब सही हो जाते है।
8- यह तंत्रिका तंत्र को स्वस्थ बनाते हुए उनके काम काज में फुर्ती लेकर आता है।
वक्रासन में सावधानियां:
- अगर आपके पेट में दर्द हो तो आपको यह आसान नहीं करनी चाहिए।
- ज़्यादा कमर दर्द में इसे नही करें।
- घुटनों का दर्द होने पर इस आसन को करने से बचना चाहिए।
- गर्दन दर्द होने पर भी इसको करने से बचें।
- कोहनी में दर्द होने पर इसको करने से बचना चाहिए।