गर्भावस्था में थकान कम करने के उपाय: गर्भवस्था के दौरान महिलाओं को बहुत सारी परेशानिया आती है। गर्भवती महिला को रहन-सहन, खान-पान, चाल-चलन का महत्वपूर्ण ध्यान देना पढता है। बात होती है गर्भावस्था में थकान की तो, प्रेगनेंसी में थकावट होना एक सामान्य लक्षण है।
अगर आपको लगता है की आपको ज्यादा थकन हो रही है तो आज हम आपको ऐसे कुछ बेमिसाल तरीके बताने जा रहे है जिनके जरिये आप गर्भवस्था में थकान को कुछ हद तक अपने control में कर सकती है। पहले त्रैमासिक दौरान गर्भावस्था के दौरान थकान सबसे अधिक है यह दूसरी तिमाही के दौरान बहुत काम और तीसरे तिमाही में थोड़ा बढ़ जाता है। जानिए कुछ उपयोगी तरीके जिनकी वजह से Pregnancy के दौरान थकान का कम अनुभव होगा। गर्भवस्था के दौरान, हार्मोन परिवर्तन होने की संभावना थकन का मुख्य कारण होता है। इस समय आपका शरीर बच्चे को पोषक तत्व प्रदान करने के लिए अधिक रक्त उत्पादन करता है। हार्मोन विशेषकर प्रोजेस्टेरोन के स्तर में बृद्धि के कारण शरीर में बहुत परिवर्तन आती रहती है। इसके अलावा थकान के प्रमुख कारण नींद की गड़बड़ी, मल्टी आना होता है।
गर्भावस्था के दौरान थकान दूर करने के उपाय
अच्छी नींद लें
जितना हो सके अपने शरीर को आराम दें। रात को आराम से बायीं और करवट लेकर सो जायें। इसके अलावा अगर दिन में 1-2 घंटे आराम ले लें तो आपके थकान को कम करने में मदद मिलेगी। इससे आपके पेट में पल रहे भ्रूण को आराम मिलेगा और उसके शरीर पर ऊर्जा की मात्रा सुचारु रूप से मिलेगी। आराम करना आपके और आपके बच्चे के लिए लाभदायक सिद्ध होगा।
मीठा खाने से बचे
मिठाई या मीठा पदार्थ को खाने से बचे। मिठाई आपको ऊर्जा का एक त्वरित लाभ दे सकते हैं। लेकिन वे थकान को बढ़ावा देने में अहम् भूमिका निभाते है। दिन भर अपनी ऊर्जा को बनाये रखे और थकन से मुक्ति पाने के लिए आप स्वस्थ नाश्ता, फल और दही खाये।
एक संतुलित आहार खाएं
थकान हमेशा तब होती है जब हम ओवरलोड खाना कहते है जिससे तुरंत ही नींद का आभास भी हो जाता है। थकान को दूर करने के लिए आप संतुलित आयरन, प्रोटीन, कैलोरी वाला आहार ले। ये संतुलित आहार आपको थकन को कम करने में सहायता करेंगे। इसके अलावा, गर्भवस्था के दौरान साफ़ गुनगुना पानी पीये।
हल्का व्यायाम करें
अपने शरीर को फिट और थकानरहित रखने के लिए आपको जहां खान-पान पर ध्यान रखना है उसी तरह एक्सरसाइज करना भी बहुत जरूरी है। ज्यादा कठिन व्यायाम करने की जरूरत नहीं है। आप चाहे तो पैदल शुबह शाम सैर कर सकती है। इसके अलावा योग कर सकती है। इससे आपका आहार सही तरीके से आपके शरीर पर लगेगा, और शरीर स्वस्थ रहेगा।
ज्यादा पानी पियो
काम पानी पीना अक्सर गर्भवस्था में थकान, जलन और दर्द का कारन बनता है, अपने शरीर को निरोगी रखने के लिए आप जितना हो सके भरपूर पानी पीये। इसके अलावा हाइड्रेट रहने के लिए स्वादिष्ट सूप, फलो का शेक पी सकते है। स्वस्थ सब्जिया और अच्छी कैलोरी वाले और प्रोटीन युक्त भोजन करे।
दिन में कम भोजन करें
गर्भवस्था में हार्मोन परिवर्तन के कारण आपकी पाचन प्रणाली सुस्त हो जाती है, इसलिए खाना तो आपको पूरा खाना है लेकिन बिराम देकर भोजन करना बहुत जरूरी है। सुनिश्चित करें कि आप प्रोटीन और आयरन स्रोत वाले भोजन का उपभोग करें। जिससे आपको अतिरिक्त ऊर्जा मिल सके।
अपने बिस्तर को सही करे
आपका बिस्तर शांत और सही तरीके से लगा होना जरूरी है। ज्यादा कठोर बिस्तर पर सोने से भी थकान ज्यादा महसूस हो सकती है। आपका विस्तार आरामदायक, स्वच्छ और तकियो से घिरा होना चाहिए जो कि गर्भवस्था के दौरान बहुत जरूरी है।
Herb Tea को नहीं लें
गर्भवस्था के दौरान बहुत महिलाएं पानी की कमी को पूरा करने के लिए हर्ब टी का इस्तेमाल करती है। हर्ब टी गर्भवस्था के दौरान पीना सही नहीं है। इसके साइड इफेक्ट्स भी होते है। अगर आप पीना चाहती है तो एक बार डॉक्टर की सलाह लें।
हिम्मत न हारें
माँ बनाना इतना आसान नहीं होता है, इसके लिए आपको बहुत सारी परेशानियां तो झेलनी ही पड़ेंगी। इसलिए हिम्मत न हारे पहले के 3 महीने निकलने के बाद अगले महीने आपको ज्यादा परेशानी नहीं आएगी। हाँ दूसरी तिमाही के बाद थोड़ा थकन अधिक बढ़ जायेगा लेकिन पहली तिमाही जैसा नहीं। इसलिए माँ बनाना और एक नए शिशु को जन्म देने के लिए थकान क्या आप बहुत कुछ सहन कर सकती है।
इस बात की कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है कि आपको थकान आने पर आपके शिशु को परेशानी तो नहीं होएगी, या उसे पूरी तरह पोषक तत्वा मिल रहे है या नहीं। आपका शिशु पूरी तरह तंदुरस्त रहेगा यदि आप सही तरह से आहार और व्यायाम करते है।