ब्रैस्ट कैंसर के लक्षण, कारण, घरेलू इलाज – Breast Cancer Treatment in Hindi

Breast Cancer Treatment in Hindi: आज के समय में ब्रैस्ट कैंसर या स्तन कैंसर सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर में से एक है। यह किसी भी महिला में हो सकता है जिसका आज तक कोई पता नहीं लग पाया है लेकिन कुछ फैक्ट्स हैं जिनसे ब्रैस्ट कैंसर होने की चान्सेस ज्यादा होती हैं। कैंसर शब्द दिमाग में आते ही एक छवि उभरती है – कष्टदायक मौत। और इसी कारण कैंसर होने के समाचार मारा से ही रोगी को जीवन के प्रति निराशा हो जाती है। लेकिन स्तन या ब्रेस्ट कॅन्सर में एक अच्छी बात यह है कि इसके ठीक होने की संभावनाएं ज़्यादा होती हैं।

ब्रेस्ट कैंसर होने का साधारणतया पहले या दूसरे चरण में पता लग जाता है। इसलिए इसका इलाज सही टाइम पर हो पाटा है। लेकिन इसके लिए ज़रूरी है हर किसी को इस बारे में सही जानकारी हो और वो सचेत हो। ब्रेस्ट कॅन्सर से बचने का सबसे पहले कदम है जागरूकता। उसके बाद आता है इस रोग से बचने के उपाय। आज हम इस पोस्ट में आपको ब्रैस्ट कैंसर होने के कारण, इसके लक्षण और बचने के उपाय के साथ-साथ, आयुर्वेदक इलाज और घरेलु नुस्खे बताएँगे।

Stan Breast Cancer Ke Lakshan Aur Bachne Ke Gharelu Upay Nuskhe

ब्रेस्ट कैंसर के कारण – Causes of Breast Cancer in Hindi

  • बढ़ती उम्र
  • पहले से ही परिवार की महिलाओं में इसका प्रभाव होना।
  • ज्यादा उम्र में पहले बच्चे का होना
  • छोटी उम्र में मासिक धर्म का प्रारंभ होना
  • शराब पीना
  • असंतुलित दिनचर्या
  • रजोनिवृत्ति के दौरान हार्मोन में बदलाव
  • हानिकारक रेडिशन के संपर्क में आना
  • जिंदगी भर बच्चे को जन्म ना दे पान।

ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण – Breast Cancer Symptoms in Hindi

वैसे तो स्तन कैंसर ज्यादातर महिलाओं में होता है लेकिन यह पुरुषों में भी हो सकता है।  ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण, या चेतावनी संकेत, स्तनों में बदलाव को ध्यान में रखकर आप इसका इलाज सही समय पर कर सकती हैं। यहाँ हम आपको ब्रैस्ट कैंसर के शुरुवाती लक्षण और चेतावनी संकेत बता रहे हैं। अगर आपको कोई भी लक्षण लगे तो तुरंत डॉक्टर की जांच कराएं और इसका उपचार कराएं।

  • स्तन या काख के आस-पास कठोर गाँठ होना शुरुवाती संकेत हो सकता है। वैसे कभी-कभी हार्मोन के बदलाव, ब्रैस्ट में इन्फेक्शन या टिश्यू के डैमेज होने से भी यह समस्या होती है। इसलिए सही जांच के लिए डॉक्टर की सलाह लें।
  • स्तन में सूजन या लालिमा सा हो तो कैंसर का कारण हो सकता है। स्तन के अंदर मौऊद ट्यूमर टिश्यू के ऊपर दबाव डालता है जिससे उनमे सूजन, दर्द और रेडिनेस होने लगती है। यदि यह लक्षण दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएँ।
  • निप्पल को बिना दबाये या टच करते ही डिस्चार्ज हो जाये तो यह कैंसर का कारण हो सकता है। इसके अलाव स्तन से दूध के अलावा मवाज, रक्त आने पर डॉक्टर को दिखाएँ।
  • स्तनों या छाती के आसपास यदि आपको दर्द या खुजली जैसी संकेत होती है या तेज दर्द या कर्रेंट जैसा अनुभव हो तो ब्रैस्ट कैंसर का शुरुवाती दौर हो सकता है।
  • स्तन के शेप या साइज में किसी भी प्रकार का बदलाव हो तो आपको डॉक्टर से जांच कराना बहुत जरूरी है। ब्रैस्ट के अंदर अनियमित टिश्यू ग्रोथ होने के कारण उसके शेप या साइज में बदलाव आता है।
  • स्तनों में बिना किसी कारण खुजली होना ब्रैस्ट कैंसर का लक्षण हो सकता है। ट्यूमर के कारण स्तन की स्किन लाल, सूजी हुई, दर्दनाक और खुजलीदार हो सकती है।
  • पीठ के ऊपरी भाग, कंधे और गर्दन में दर्द होने पर दोस्तो को जरूर दिखाएँ।

ब्रैस्ट कैंसर का घरेलू इलाज एवं बचने के उपाय

कुछ ऐसे बेस्ट टिप्स है जिनसे आप ब्रेस्ट कैंसर से बचाव कर सकते हैं।

रोजाना एक्सरसाइज

रोजाना एक्सर्साइज़ करने से आप वास्तव में ब्रेस्ट कैंसर से बच सकते हैं। इसके अलावा घर के काम करना भी एक अच्छा उपाय है। शारीरिक गतिविधि करने से शरीर की चर्बी कम होती है जिसके कारण एस्ट्रोजन और टेस्टॉस्टरोन हार्मोन सीक्रेटरी होते है। फैट कोशिकाए ही कैंसर संबंधी ट्यूमर या गाँठ के लिए ज़िम्मेदार होती है।

Avoid Alcohol

कई शोध से पता चला है की शराब का सेवन करने से भी ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है। इसलिए इसका सीमित मात्रा में सेवन करें या हो सके तो इसे अवाय्ड करें।

खट्टे फल खाएं

खट्टे फलो मे फाइटो केमिकल होते है जो कैंसर की कोशिकाओं को विकसित होने से रोकने में मदद करते हैं। खट्टे फलों में सेब, अंगूर, आड़ू, नाशपाती केला इत्यादि का सेवन करने से ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना कुच्छ हद तक कम हो जाती है।

ग्रीन टी

ग्रीन टी में एंटी-इंफ्लेमेंटरी गुण होते हैं जो स्तन कैंसर को बढ़ने से रोकने में मदद करते हैं। एक गिलास पानी में चाय के कुछ पत्ते डालकर तब तक उबले जब तक की वा सुख कर आधा ना हो जाए। उसके बाद पी लें।

काली चाय

चाय एक ऐसा पदार्थ है जो आसानी से हर घर में पाया जाता है और लोकप्रिय पेय पदार्थ है। काली चाय में एपी गेलो कैटेचीन गैलेट नाम का रसायन होता है जो स्तन कैंसर से शरीर को रक्षा करता है। यह स्तन में ट्यूमर की कोशिकाओ को बढ़ने से रोकता है।

लेकिन शोध से पता चला है कि जो लोग बहुत गर्म काली चाय पीते है उनमे स्तन कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है। गर्म तापमान कैंसर की कोशिकाओ को बढ़ाने में मदद करते हैं। इसलिए गुनगुना चाय पीना सेहत के लिए अच्छा होता है।

दूध और दही

दूध और दही में विटामिन डी होता है जो स्तन कैंसर के कोशकाओं को बढ़ने से रोकता है। इसलिए अपने भोजन में दूध या दही को जोड़ें और स्तन कैंसर से छुटकारा पाएं।

गेहूँ की घास

गेहू की घास कैंसर के रोगी के लिए सबसे अच्छा खाद्य पदार्थ होता है जो कैंसर की कोशिकाओ के बढ़ोतरी को रोकने में मदद करता है। यह प्रतिरक्षा प्रणाली को उन्नत करने के साथ-साथ शरीर से विषैले पदार्थो और अवांछित पदार्थो को निकालने में मदद करता है।

लहसुन

कई शोधों से पता चला है कि लहसुन में मौजूद सुल्फेर कंपाउंड्स, फ्लवोनेस और फ्लवोनोल्स ब्रैस्ट कैंसर को रोकते हैं। इसका अच्छा फायदा लेने के लिए पहले लहसुन को अच्छी तरह छीलकर काट लें और फिर १५ मिनट के लिए एक जगह रख दें। इसके बाद इसे पकाकर सेवन करें। रोजाना खली पेट लहसुन की एक या दो काली को चबाकर खा सकते हैं।

नोट: इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

टमाटर

टमाटर का नियमित सेवन करने से रजोनिबृत्ति के बाद महिलाओं में ब्रैस्ट कैंसर होने की संभावना काफी कम हो जाती है। आप टमाटर को पकाकर, सलाद के रूप में या जूस बनाकर सेवन कर सकते हैं। रोजाना टमाटर का जूस ज्यादा फायदेमंद होता है।

अनार 

अमेरिकन रिसर्च से पता चला है कि अनार में यूरोलिथिन बी जैसे प्राकृतिक कंपाउंड्स पाए जाते हैं जो एस्ट्रोजन को रोकते हैं जिससे hormone के कारण होने वाले ब्रेस्ट कैंसर को रोकने में मदद मिलती है। साथ ही अनार में ellagic acid पाए जाते हैं जिनमे एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज होती हैं। यह एस्ट्रोजन को ब्रैस्ट कैंसर को बढ़ावा देने से रोकते हैं।

यहाँ पढ़े: कैंसर के लक्षण, कारण, उपचार, दवा, घरेलू इलाज – Cancer se Bachne ke Upay

मेरा नाम कुलदीप पंवार है में चंडीगढ़ का रहने वाला हूँ। achisoch पर आपको Self improvement, motivational, Study tips के अलावा Health, Beauty, relationship की भी जानकारी देने की कोशिश करता हूँ।। किसी भी टिप्स या नुस्खे को आजमाने से पहले आप अपने डॉक्टर से जरूर जानकारी लें। मेरा उद्देश्य आपको जागरूक करना है। आपका डाॅक्टर ही आपकी सेहत बेहतर जानता है।

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