हरी बीन्स की फली हो या उसके अंदर बीज हमारे सेहत के लिए बहुत फायदे करती हैं। उच्च पौष्टिक तत्वों से भरपूर बीन्स हमारे स्वास्थ्य लाभ में काफी बेहतर होता है। इसमें बीटा कैरोटीन, विटामिन ए जैसे एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं। यह शरीर में कोशिकओं की मरम्मत करने के अलावा आँखों के स्वास्थ्य में काफी लाभकारी होता है। बीन्स पूरी तरह से कोलेस्ट्रॉल मुक्त होते हैं इस वजह से इनके सेवन से किसी तरह की बीमारी का भी खतरा नहीं रहता है। आइये जानते हैं बीन्स के फायदे और नुकसान।
बीन्स के प्रकार
यहां बीन्स के नामों की सूची दी गई है जो पोषक तत्वों और प्रोटीन से भरे हुए हैं और आपके परिवार के लिए प्रोटीन से भरपूर रेसिपी बनाते हैं!
1. राजमा
2. ब्लैक बीन्स
3. क्रैनबेरी बीन्स
4. छोला (गार्बनो बीन्स)
5. लीमा बीन्स
6. सोयाबीन
7. नेवी बीन्स
8. एडामे
9. कैनेलिनी बीन्स
10. फवा बीन्स
11. पिंटो बीन्स
12. काली आंखों वाला मटर (लोबिया)
13. लाल बीन्स
बीन्स के फायदे – Beans ke Fayde in Hindi
जहाँ पर हरी सब्जियों की बात आती है तो इनका सेवन आप जितना कच्चा करोगे उतना ही फायदेमंद होता है। ये हमारे शरीर में खून की कमी नहीं होने देते साथ ही खून को साफ़ करने में भी मदद करते हैं। शरीर में पौष्टिक तत्वों की मात्रा में कोई कमी नहीं आने देती। इसलिए जितना हो सके हरी सब्जियों का सेवन करें और कई रोगों से बचें। बीन्स की तासीर की बात की जाये तो यह एक बहुत ही अच्छी सब्जी है जो विटामिन ए और सी से भरी होती हैं। तो चलिए जानते है बीन्स के लाभ।
कैंसर रोग से बचाये
कैंसर से बचना है तो आप बीन्स का सेवन जरूर करें क्यूंकि इसमें फ्लेवोनॉइड्स के साथ-साथ केंपफ्रेरॉल और क्यूरेस्टिन होता है जो कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकती हैं। शोधो के मुताबिक सप्ताह में तीन से चार बार बीन्स का सेवन महिलाओं को स्तन कैंसर की समस्या से बचाता है।
हृदय को स्वस्थ रखे
हरी बीन्स का सेवन करने से हमारे शरीर को खाध्य फाइबर मिलता है जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। यह रक्तचाप और सूजन को कम करने में भी सहायक होता है जो हमारे दिल के लिए बहुत उपयोगी माना जाता है।
गर्भावस्था में फायदेमंद
बीन्स में फोलेट की मात्रा बहुत अधिक होती है जोकि गर्भवती महिलाओं और उनके गर्भ में पल रहे शिशु के विकास में बहुत जरूरी होता है। इसलिए डॉक्टर का मानना है जितना आप गर्भवस्था में जितना अधिक बीन्स या हरी सब्जियों का सेवन किया जाय उतना अधिक लाभदायक होता है।
स्वस्थ रखे शरीर
बीन्स में विटामिन सी जैसे शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो आयरन का अवशोषण करता है जिससे शरीर में कोलेजन बनता है और शरीर की हड्डियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। इसलिए शरीर को स्वस्थ और मजबूत रखने के लिए बीन्स का सेवन बहुत जरूरी है।
आँखों के लिए लाभकारी
बीन्स में विटामिन A प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो हमारी आँखों के स्वास्थय के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसके सेवन करने से आँखों की रौशनी तो बढ़ती है साथ ही उनमे मोतियाबिंद या अंधपतन जैसे रोग नहीं होते हैं। साथ ही आँखों में एक नयी चमक भी आती है।
पाचन को दुरुस्त करे
हरे बीन्स में फाइबर की मात्रा उच्च होती है इसी वजह से यह हमारे पाचन के लिए काफी बेहतर होता है। इसके नियमित सेवन करने से कब्ज, बवासीर जैसे भयानक बिमारियों से राहत मिलती है। और हमारा शरीर बिमारियों से बचता है।
वजन कम करने में सहायक
ताजे हरे बीन्स में कैलोरी बहुत कम होती है जो हमारे वजन को कम करने में काफी मददगार होता है। वजन पर नियंत्रण पाने के लिए अधिक से अधिक बीन्स का सेवन करें और मोटापे से बचें।
कोशिकाओं की मरम्मत करे
बीन्स में विटामिन सी काफी अधिक मात्रा में होता है जिससे हमारा शरीर फ्री रेडिकल डैमेज की समस्या से बचता है। यह हमारे शरीर में कोशिकाओं की मरम्मत करता है और उन्हें स्वस्थ रखने में मदद करता है।
घाव भरने में सहायक
हरी बीन्स विटामिन के उच्च होने के कारन यह काट स्थान पर खून जमने की गति को बढाकर घाव से खून के बहने को रोकने में सहायक है। विटामिन के कैल्शियम के अवशोषण में भी यह काफी मददगार है जिससे ऑस्टियोपोरोसिस से बचने में मदद मिलती है।
हरी बीन्स उपयोगी है मधुमेह रोग में
बीन्स का ‘ग्लाइसेमिक इन्डेक्स’ कम होता है। इसका अर्थ है कि जिस तरह से अन्य भोज्य पदार्थों से रक्त में शक्कर का स्तर बढ़ जाता है, बीन्स खाने के बाद ऐसा नहीं होता। बीन्स में मौजूद फाइबर रक्त में शक्कर का स्तर बनाए रखने में मदद करते हैं।
बीन्स मासिक धर्म में फायदेमंद
बीन्स में फैट्स और कोलेस्ट्रॉल कम होता है और यह फाइबर व प्रोटीन का अच्छा स्रोत है। इसके नियमित सेवन से महिलाओं में पीरियड के दौरान होने वाली समस्या में काफी आराम मिलता है। मेनोपॉज के दौरान में इसका सेवन महिलाओं के लिए बहुत जरूरी है।
हरी बीन्स खाने से खुद जवां रखें
बीन्स में मौजूद विटामिन ए आपको जवां बनाए रखने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें काफी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता है जो बढ़ती उम्र की परेशानियों से बचाता है। हर रोज बीन्स के सेवन से आप खुद में ज्लद ही बदलाव महसूस करेंगे ।
बीन्स खाने के नुकसान – Beans Side Effects in Hindi
हम कुछ भी खाते है तो उसके फायदे या नुक्सान जरूर होते है वैसे ही बीन्स खाने के नुकसान भी है।
- बीन्स में कैफीन मधुमेह के प्रबंधन को और अधिक मुश्किल में डाल सकती है। बीन्स में कांवीसिन और विसिन नामक एल्केलाइड होते हैं जो लोगों में एनीमिया को प्रेरित कर सकते हैं।
- अधिक मात्रा में बीन्स का सेवन करने से उल्टी, पेशाब में खून आना, चक्कर आना और पीलिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- जो लोग किसी विशेष प्रकार की दवाओं का सेवन करते हैं, उन्हें इनका सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
- बीन्स, यदि बड़ी मात्रा में ली जाए, तो दस्त के साथ-साथ इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (आईबीएस) भी हो सकता है।
पूछे जाने वाले प्रश्न बीन्स
क्या रोज बीन्स खाना आपके लिए अच्छा है?
बीन्स प्रोटीन और फाइबर का एक बड़ा स्रोत हैं और यह आपको स्वस्थ पाचन तंत्र को बनाए रखने में भी मदद करता है। आप बिना किसी झिझक के रोजाना बीन्स खा सकते हैं। यह पौधे आधारित प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत है! यहां एकमात्र कुंजी इसे मॉडरेशन करना है।
क्या बीन्स खाने से आप अपना वजन कम कर सकते हैं?
बीन्स में एक बेहतरीन एंटीऑक्सीडेंट सामग्री और घुलनशील फाइबर होता है जो वजन को प्रबंधित करने और पेट की चर्बी कम करने में आपकी मदद कर सकता है।
बीन्स में क्या पाया जाता है?
इसमें फाइबर, कैल्शियम, फॉस्फोरस, सोडियम, फोलेट्स, फोटो न्यूट्रिएंट्स, विटामिन और दूसरे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं. बीन्स में कोलेस्ट्रॉल और सेचुरेटेड फैट नहीं होता है. इसमें कॉपर, पोटैशियम, विटामिन बी6, थायमिन, मैग्नीशियम, जिंक, सेलेनियम और विटामिन के की भी अच्छी मात्रा होती है.
बीन्स की खेती कब करे?
बीन्स मुख्य तौर पर ठंड की फसल है, जिसकी बुआई सितंबर-अक्टूबर के करीब की जाती है।
अगर आपको इस पोस्ट से बीन्स के फायदे और नुकसान पता चले है तो इसको अपने दोस्तों के साथ भी साँझा करे