पुदीना जिसे मिंट के नाम से भी जाना जाता है, आयुर्वेद में एक बेमिसाल औषधि है इसके हमारे स्वास्थ्य लाभ में कई फायदे हैं। यह खाने में चटपटा सा बड़ा मनोहर होता है। इसकी पत्तियों से बनी चटनी खाने के स्वाद को दोगुना कर देती है। यह माउथ फ्रेशनर के काम आता है। गर्मियों में पेट की गर्मी को दूर करने में बहुत काम आता है। पुदीने की पत्तियां कई औषधीय गुणों से भरपूर है। यह खाने को पचाने का एक एक रामबाण इलाज है। आइये जानते हैं पुदीने के फायदे और नुकसान – Peppermint (Pudine) Benefits and Side-Effects in Hindi.
पुदीने के फायदे – Pudine Ke Fayde in Hindi
इसमें विटामिन ‘ए’ की भरपूर मात्रा होती है जो हमारे स्वास्थ्य लाभ में बहुत फायदेमंद होता है। इसके सेवन से सीने में जलन, मितली आदि में राहत मिलती है। इसके पत्ते को चबाकर खाने से पेट दर्द और आंतों की ऐंठन में आराम मिलता है।
पुदीने का सेवन पाचन में है फायदेमंद
पुदीना पेट की बहुत सी बिमारियों को दूर करने में मदद करता है। यह अपच के इलाज में काफी इस्तेमाल किया जाता है। पेट की मांशपेशियों को आराम देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह पाचन क्रिया में सुधार लाता है। आप पेट की समस्याओं को दूर करने के लिए पुदीने की पत्तियों से बने चाय को पियें। इसके अलावा पुदीने की पत्तियों का ताजा रस नीबू और शहद के साथ समान मात्रा में लेने से पेट की हर बीमारियों में आराम दिलाता है।
अस्थमा रोग से बचाव
पुदीना अस्थमा रोग को सही करने में सहायक है। यह फेफड़ों में जमे बलगम को शरीर से बाहर करने में मदद करता है। जिससे कहानी और अस्थमा जैसे रोग दूर होते हैं। पुदीने में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेंटरी और रोगाणुरोधी गुण होते हैं जो एलेर्जी को दूर करने में सहायक हैं। पुदीने को सुखाकर, इसे कपड़े से छानकर बारीक चूर्ण बना लें। इस चूर्ण की एक चम्मच दिन में दो बार पानी के साथ लें।
सिरदर्द से राहत दे
माइग्रेन और तनाव के कारण होने वाले सिरदर्द के इलाज में पुदीना काफी सहायक है। इसमें खास एनलजेसिक प्रभाव होते हैं जो दर्द से राहत देने में सक्षम होते हैं। यह मस्तिष्क में होने वाले रक्त प्रवाह को सुधरता है साथ ही तनाव से पीड़ित मांशपेशियों को शांत करता है। पुदीने के तेल की मालिश करने से सोचने की सकती और एकाग्रता बढ़ती है।
मुहांसे दूर करे
पुदीने की पत्तियों में एंटीऑक्सीडेंट और जीवाणुरोधी गुण होते हैं जो मुहांसे दूर करने में सहायक हैं। पुदीने से बनी जड़ी-बूटियां खुजली और संक्रमित त्वचा को कोमल और स्वस्थ बनाने में मदद करती हैं। इसके लिए आप पुदीने की कुछ पत्तियां लेकर पीस लें। उसमें 2-3 बूंदे नींबू का रस मिलाकर इसे चेहरे पर कुछ देर के लिए लगाएं। फिर ठंडे पानी से चेहरा धो लें। कुछ दिन ऐसा करने से मुंहासे ठीक हो जाएंगे और चेहरे पर चमक भी आ जाएगी।
ब्लड प्रेशर को कण्ट्रोल करे
पुदीना का रस उच्च और कम दोनों प्रकार के ब्लड प्रेशर को काबू में करने के लिए काफी उत्तम होता है। हाई बीपी से पीड़ित व्यक्ति को बिना चीनी एवं नमक डाले ही पुदीने का सेवन करना चाहिए। जबकि लो बीपी के रोगी को पुदीने की चटनी या रस में सेंधा नमक, काली मिर्च, किशमिश डालकर सेवन करना चाहिए।
पुदीना का तेल मांसपेशियों के लिए फायदेमंद
पुदीने का तेल मांसपेशियों के दर्द को सही करने में काफी अच्छा सहायक है। यह मांसपेशियों में खून के प्रवाह को संतुलित कर दर्द को कम करता है। इसके लिए आप पुदीने के तेल में जैतून का तेल मिलकर मालिश करें इससे तुरंत ही आपको राहत मिलेगी।
बालों को स्वस्थ बनाये
पुदीना बालों को बढ़ाने में काफी मदद करता है यह बालों से रुसी को दूर करता है। यह सिर के P.H. स्तर को संतुलित करने में सहायक है। इसके लिए आप पुदीने के तेल में जैतून या नारियल के तेल को मिलाएं और अपने सिर पर मालिश करें। लगाने के आधे घंटे बाद शैम्पू से सिर को अच्छी तरह धो लें।
पुदीना का सेवन मासिक धर्म में लाभकारी
अगर आपके मासिक धर्म चक्र में समस्या है तो आप पुदीने की सहायता से इसे सही कर सकते हैं। कई महिलाओं का मासिक धर्म सही समय पर नहीं होता है इसलिए ऐसी महिलाओं को पुदीने की सूखी पत्तियों के चूर्ण को शहद के साथ समान मात्रा में मिलाकर दिन में दो से तीन बार नियमित रूप से सेवन करें। यह मासिक धर्म की परेशानियों में बहुत लाभकारी साबित होता है।
तनाव और चिंता दूर करे
पुदीना तनाव दूर करने के लिए लाभकारी होता है। यह मानसिक थकान को दूर करता है। यह डिहाइड्रेशन यानि पानी की कमी को भी दूर करता है। डिहाइड्रेशन में पुदीना, प्याज और नींबू का रस बराबर-बराबर मात्रा में मिलाकर पिलाने से लाभ होता है। उल्टी-दस्त, डिहाइड्रेशन हो तो आधा कप पुदीने का रस हर दो घंटे के अन्तर में रोगी को पिलाएं।
मुँह और सांसों के लिए लाभकारी
दांतों, मसूड़ों और साँसों से बैक्टीरिया दूर करने में पुदीना काफी सहायक होता है। यह दांतों के सदन को दूर करता है। सांसों की दुर्गंध को दूर करने के लिए पुदीने की सूखी पत्तियों के चूर्ण से मंजन करें। यह न केवल आपकी सांसों को ताजा बनाता है, बल्कि साथ कई अन्य दंत समस्याओं से भी छुटकारा दिलाता है। इसके साथ ही इससे मसूड़े भी मजबूत होते हैं।
पुदीने के नुकसान – Peppermint Side-Effects in Hindi
किसी भी चीज का अधिक से अधिक सेवन करने उसके नुक्सान तो होते ही हैं ऐसे ही पुदीना का ज्यादा उपयोग करने के लिए आपको सावधानियां बरतनी जरूरी हैं।
- पुदीना के अधिक सेवन से त्वचा में जलन हो सकती है। त्वचा पर लाल चकत्ते भी पड़ सकते हैं।
- पुदीने का ज्यादा सेवन सिर दर्द का कारण हो सकता है।
- छोटे बच्चों के चेहरे या आस पास मिंट का ज्यादा इस्तेमाल न करें, सांस संबंधी परेशानी हो सकती है।
- प्रेग्नेंट और दूध पिला रही महिलाओं को भी मिंट का इस्तेमाल नही करना चाहिए।