हलचल भरी ज़िंदगी से परेशान लोग राहत की साँस लेना चाहते है लेकिन उन्हे कोई उपाय नहीं मिल पा रहा है। अगर आप इस दौड़-भरी ज़िंदगी में थोड़ी साँस की चैन लेना चाहते है तो आप योगा करना स्टार्ट कर दें। योगा करने से बहुत फायदे हैं। इससे हमारा तन-मन सब सही से काम करता है।पवनमुक्तासना योग एक्सर्साइज़ स्वास्थय के लिए बहुत लाभकारी है। यह आसन पेट के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। इस योग को करने से गैस्टिक, पेट की खराबी से लाभ मिलता है। अगर आपके पेट में चर्बी बढ़ी हो तो यह आसान बहुत फायदेमंद है। महिलाओं के लिए गर्भावस्था संबंधी रोगों में पवनमुक्तासन योग बहुत आरामदायक है। यह आसन मेरुदण्ड और कमर के नीचे के हिस्से में मौजूद तनाव को दूर करता है। तो चलिए जानते हैं पवनमुक्तासन योग कैसे करें और इससे होने वाले लाभ के बारे में।
Pavanamuktasana in Hindi Step By Step
Step 1: पवनमुक्तासन करने से पहले आप सबसे पहले समतल ज़मीन पर एक चटाई बिछा दें।
Step 2: अब आप शरीर के बल लेट जाएँ।
Step 3: अब अपने दोनों पैरों को मिलकर रखें और अपने हाथों को शरीर के साथ सटाकर रखें साथ ही हथेलियों का रुख़ ज़मीन की ओर रखें।
Step 4: अब आपको अपने दाहिने पैर को घुटने से मोड़ना है और दायीं ज़ाँघ थाई को छाती की तरफ लेकर आए। अब दोनों हाथो की उँगलियों को आपस में मिलाते हुए घुटने से थोड़ा नीचे से पकड़ लें।
Step 5: अब आप गहरी साँस भरे और साँस को छोड़ते हुए पैर को छाती की ओर लेकर आए, थोड़ा दबाब देकर रखें।
Step 6: साँस को ज़्यादातर बाहर रोकने की कोशिश करें और सिर को ज़मीन से उठाते हुए अपने माथे को दाये घुटने से छूने की कोशिश करें।
Step 7: अब अपने बाएं पैर को सीधा टाँककर रखें। दोनों पैरों की उंगलियो को भी बाहर की ओर खींचकर रखें .
Step 8: इस पोज़िशन में लगभग 4-5 सेकेंड तक रहें। उसके बाद साँस लेते हुए सिर को धीरे-धीरे ज़मीन पर लेकर आए और साँस बाहर करते हुए हाथों और पैरों को सीधा कर लें और पहले जैसी पोज़िशन में वापस आ जाएँ।
पवनमुक्तासन करने से लाभ – Pavanamuktasana Benefits in Hindi
पवनमुक्तासना आसन करने से शरीर हल्का और पाचन शक्ति बढ़ती है। इस आसान से वायु विकार दूर करने में लाभकारी होता है। इस आसान से पेट की गैस जल्दी ही बाहर निकल जाती है। पवनमुक्तासना के नियमित अभ्यास से मोटापा कम हो सकता है। कब्ज, गैस, एसिडिटी जैसी प्रॉब्लम्स से भी छुटकारा मिलता है। खट्टी डकारे आना, गैस के कारण होने वाली बेचैनी, घबराहट, छाती में जलन, पेट या पीठ में हल्का दर्द होना, थकावट इत्यादि समस्या का दूर करने के लिए यह आसान बहुत ही लाभकारी है। कमर दर्द, साइटिक, ह्रदय रोग, गठिया में भी यह आसान लाभकारी होता है। महिलाओं के लिए प्रेग्नेन्सी रोग में पवन मुक्त आसन काफ़ी फयदेमंद होता है।
पवनमुक्तासन में सावधानियां
जहाँ सावधानी की बात आती है तो ज़रूर जाने कि जो एक्सर्साइज़ या काम हम कर रहे है उसे हम अच्छे से और सेफ्टी से कर रहे हैं। अगर हम सेफ्टी से नहीं करते तो उस योगा से हमें फायदा भी नहीं मिलता। पवनमुक्तासन करने मे थोड़ी सावधानी ज़रूर बरतें।
1- जिन लोगों को कमर दर्द की शिकायत हो उन्हें यह आसान नहीं करना चाहिए, अगर करना ही चाहते हो तो ट्रेनर से सलाह ज़रूर लें।
2- जिनके घुटनों में तकलीफ़ हो उन्हे स्वस्थ होने के बाद ही यह योगा करना चाहिए।
3- हर्निया से इफेक्टिव लोगों को भी हेल्दी होने के बाद ही यह योगा करना चाहिए।
4- महिलाओं को प्रेग्नेंसी के टाइम इस योग को नहीं करना चाहिए।