आज के समय में पूरी दुनिया मोटापे से परेशान हैं। अगर आप बिना जिम जाए पेट की चर्बी को घटाना चाहते है तो आपको योग के स्टेप्स में धनुरासन करना बहुत ज़रूरी है। धनुरासन से हमारे शरीर को बहुत फायदे होते है। धनु का अर्थ होता है धनुष, इस आसान मे धनुष्कार शेप बनाई जाती है। इसमें हाथों का इस्तेमाल सिर, धड़ और टांगों को उप्पर खींचने के लिए प्रत्यांचा की तरह किया जाता है। शरीर को धनुष के समान डेढ़ा करके फैलने और शरीर को सशक्त बनाने की इस प्रोसेस से तरुणाई की प्राप्ति होती है। यह आसन पेट के बल किए जाने वाले आसनों में से महत्वपूर्ण माना जाता है। इससे बहुत से लाभ हैं। तो चलिए जानिए धनुरासन योग विधि, लाभ एवं सावधानियां – Dhanurasana yoga steps and benefits in hindi.
धनुरासन योग विधि – Dhanurasana Steps in Hindi
इस आसन को करना बहुत ही आसान है, हालांकि पहले आपको इस आसान को करने से डर लगेगा लेकिन धीरे-धीरे सब आदत हो जाती है।
Step 1: सबसे पहले आप चटाई बिछा कर पेट के बाल लेट जाये। साँस को छोड़ते हुए दोनों घुटनों को एक साथ मोड़ें, एड़ियों को पीठ की ओर बढ़ाएं और अपनी बाँहों को पीछे की ओर ताने फिर बाएं हाथ टखने को और दाएं हाथ से दाएं टखने को पकड़ लें। अब साँस को जितना रोक सके रोकें।
Step 2: अब सांसो को पूरी तरह निकाल दें और ज़मीन से घुटनों को उठाते हुए दोनों टांगे उप्पर की ओर खीचें और उसी टाइम ज़मीन पर से सीने को उठाए। बाह और हाथ झुके हुए धनुष के समान शरीर को तानने में प्रत्यंचा के समान कार्य करते हैं।
Step 3: अब अपने सिर के उप्पर की ओर उठाएं और यथासंभव पीछे की ओर ले जाएँ।
Step 4: टाँगे उप्पर उठाते टाइम घुटनों के पास उन्हें सरकने ना दें अन्यथा काफ़ी उचाई तक टाँगे उठ सकती हैं। अब टाँगे घुटनों और तख़नो को सटा लें।
Step 5: इस दौरान साँस की गति तेज होगी लेकिन इसकी चिंता न करते हुए यथाशक्ति 15 सेकेंड से 1 मिनिट तक रुकें और आगे-पीछे, दाएं-बाएं शरीर को हिला डुला सकते है।
Step 6: अब साँस छोड़ते हुए धीरे-धीरे टखनों को भी छोड़ दें और दोनों टांगों को सीधा कर लें, लेकिन यह ध्यान रहे कि पहले घुटनों को ज़मीन पर रखें फिर ठुड्डी को ज़मीन स्पर्श कराए और इसके बाद पैरों को छोड़ते हुए उन्हें ज़मीन तक धीरे-धीरे आने दें। अपने कपाल को ज़मीन पर रखकर आराम दें।
Step 7: इस एक्सर्साइज़ को आप 5 सेकेंड से स्टार्ट करें और रोजाना टाइम को बढ़ते रहे जब तक की बिना किसी दबाब के 15-30 सेकेंड ना हो जाए।
इस आसन को रोजाना खाली पेट ज़्यादा से ज़्यादा 3 बार कर सकते है। इस आसान के दौरान ध्यान विशुद्धि चक्र पर फोकस होना चाहिए।
धनुरासन करने से लाभ – Dhanurasana Benefits in Hindi
1- धनुरासन मधुमेह के रोगियों के लिए बहुत लाभदायक होता है। इसके एक्सर्साइज़ से पंक्रियास उत्तेजित होता है और इंसुलिन के सेक्रीशन में हेल्प मिलती है जो शुगर के संतुलन में मददगार है। इसके एक्सर्साइज़ से डाइबिटीज़ टाइप 1, और टाइप 2 दोनों में फायदा होता है।
2- यह आसन वजन को कम करने के लिए बहुत ही उत्तम है। इसके नियमित अभ्यास से पेट की चर्बी कम होती है और आपका पेट चुस्त-दुरुस्त बनता है।
3- यह आसान अस्थमा रोगियों के लिए बहुत ही लाभदायी है। इसके अभ्यास से सीने में अच्छा ख़ासा खिचाव आता है और फेफड़ो की छमता को बढ़ाता है जो अस्थमा रोगियों के लिए बहुत ज़रूरी है।
4- कमर दर्द का यह रामबाण इलाज है। अगर आप रोजाना एक्सर्साइज़ करते है तो हमेशा के लिए कमर दर्द की परेशानी से निजात मिल सकती है। यह पीठ के लिगमेंट्स, मांशपेशियों और तंत्रिकाओं में खिंचाव लेकर आता है।
5- धनुरासन के अभ्यास से कब्ज और अपच को दूर किया जा सकता है। यह आसान सही तरीके से एंजाइम के प्रवाह में मदद करता है और पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है।
6- धनुरासन योग स्लिप डिस्क में बहुत हद तक राहत मिल सकती है।
7- धनुरासन योगासन थाइरोइड और अधिबरिक ग्रंथियों को उत्तेजित करता है और इसके हार्मोन के स्राव में मदद करता है।
धनुरासन में सावधानियां
- अगर आप अल्सर या पेपटिक अल्सर से संक्रमित हैं तो आप इस आसन को करने से बचें।
- अगर आपको पथरी की शिकायत है तो इसे न करें।
- धनुरासन उन्हे नहीं करना चाहिए जिन्हें ज़्यादा कमर दर्द हो।
- साइटिका से परेशान व्यक्ति इसके करने से पहले ट्रेनर से सलाह लें।
- कोलाइटिक्स से पीड़ित व्यक्ति इसे नहीं करें।
- हाइ ब्लड प्रेस्सर वाले व्यक्ति इस आसान को करने से पहले विशेषज्ञों से परामर्श करें।
- हर्निया के रोगियों को इस आसन को करने से बचना चाहिए।