Normal Delivery के लिए क्या करें – Normal Delivery Tips in Hindi: आज के समय में दिनचर्या खान-पान के बदलते ही महिलाओं का शरीर Normal Delivery के Fit नहीं है। जिसका कारण गर्भवस्था के बाद जब Delivery मतलब बच्चे होने को होता है तो बहुत कठिनाई आती है। Delivery दो तरह की होती है एक तो Normal delivery जिसमें न तो बच्चे को परेशानी होती है न ही उसकी माँ को। दूसरी होती है cesarean delivery जिसमे महिला को बच्चे को जन्म देने पर बहुत कठिनाई आती है। चिकित्सक बताते हैं की cesarean delivery के बाद महिला जल्दी ही रिकवर नहीं हो पाती। इसलिए हर कोई महिला Normal Delivery ही चाहती है। इसलिए अगर आप गर्भवस्था में हो तो आपको पहले महीने से ही खुद का ख्याल रखना पड़ेगा। जिसके लिए सही खान-पान, रहन-सहन बहुत जरूरी है। इसके अलावा अगर आप Normal Delivery के लिए खुद को कैसे तैयार करें? नार्मल डिलीवरी के लिए क्या करे? के बारे में जानना चाहती है तो चलिए हम आपको बताते हैं Normal Delivery Tips in Hindi।
नार्मल डिलीवरी के लिए क्या करें – Prepare Yourself for Normal Delivery in Hindi
पुराने जमाने में नहीं इतने हॉस्पिटल थे न ही कोई इतने बड़े जानकार फिर भी बच्चा आसानी से घर पर ही हो जाता था। और एक माँ के 5 से 7 बच्चे हुआ करते थे वो भी किसी भी परेशानी के बिना, फिर भी माता तंदुरस्त रहती थी ऐसा क्यों? इसका मुख्य कारण है की वे महिलाएं बाहर का कोई भी जंक फ़ूड नहीं कहती, न ही शराब सिगरेट पीती थी। वे खान-पान के साथ-साथ काम बहुत करती थी जिससे उनके शरीर फिट रहता था।
बर्थ क्लास ज्वाइन करें
आज के समय में बहुत जगह Birthday Classes लगते हैं जहां आपको सही तरह से प्रेगनेंसी के बारे में बताया जाता है। आपके हर समस्या का समाधान आसानी से होता है। यहाँ आपको Normal Delivery Related सारी बातें बताई जाती है। अगर गर्भवस्था के दौरान आपको दर्द की समस्या, सांस लेने में, रिलैक्स होने में कोई भी कठिनाई आ रही हो तो आसानी से इसके बारे में आपको बताया जाता है।
गर्भावस्था में योग करें
Normal Delivery के लिए शरीर का फिट होना बहुत जरूरी है। आपका शरीर एक बच्चे को जन्म देने वाला होना चाहिए। गर्भावस्था में योग करने से शरीर जाम नहीं रहता है साथ ही सांस और तनाव में बदलाव आता है। गर्भवस्था के दौरान मांसपेशियों में तनाव आता है जिससे आपको चिड़चिड़ापन होने लगता है और यह आपके लिए सही नहीं है। अपने शरीर को Delivery के लिए सक्षम बनाने के लिए आप योगासन करें।
पानी पीते रहें
ham सबको पता है कि माँ के गर्भ में बच्चा एक तरल पदार्थ की झिल्ली में रहता है जिसे नमी की जरूरत होती है। इस झिल्ली को नियमित रूप से नमी देने के लिए आप दिन भर में ६ से ८ ग्लास पानी पिए। एक बार में एक गिलास या दो गिलास पानी पीने की जरूरत नहीं है आप पानी को थोड़ा-थोड़ा करके नियमित रूप से पीएं। इसके अलावा रोजाना नहाएं। अपने शरीर को स्वच्छ और साफ़ रखें।
नियमित व्यायाम करे
शरीर में दर्द, जोड़ो और मांसपेशियों में बड़े तनाव को कम करने के लिए आप नियमति रूप से हलके व्यायाम करें। इससे आपका शरीर फिट रहेगा और आपको थकान की परेशानी नहीं होगी। व्यायाम के अलावा आप शुबह शाम खाना खाने के बाद टहल सकते हैं। जैसे जैसे बच्चे का शरीर में बृद्धि होती है वैसे वैसे हमारा शरीर का वजन भी बढ़ने लगता है जिसके लिए व्यायाम बहुत जरूरी है और अनावशयक चर्बी से छुटकारा पाने का आसान तरीका है।
संतुलित भोजन करें
गर्भवस्था के दौरान शरीर को रक्त और ऊर्जा की बहुत जरूरत होती है। भोजन न सिर्फ आप अपने लिए ले रहें हैं बल्कि आपके गर्भ में पल रहे बच्चे को भी आपने पूरी तरह आहार देना है। अपने शरीर को ताकत और पोषण देने के लिए ज्यादा से ज्यादा पोषक तत्वा खाएं। गर्भवस्था में आयरन और कैल्शियम की ज्यादा जरूरी होती है इसलिए आप जितना भी इन्हे अपने आहार में शामिल करें।
मोटापे को बढ़ने नहीं दें
ऐसा काम करें जिससे आपका मोटापा control रहें। ज्यादातर गर्भवस्था के दौरान मोटापा बढ़ जाये तो परेशानियां और बढ़ जाती हैं। मोटापा को कम काने के लिए आप रोजाना व्यायाम और टहलना न भूलें इससे आपकी ऊर्जा खर्च होगी और आपके शरीर पर नहीं लगेगी। मोटापा को control करने के लिए पानी की मात्रा ज्यादा पीना आवश्यक है।
तनाव में नहीं रहे
बहुत सी महिलाएं गर्भावस्था के दौरान तनाव में रहती हैं। किसी न किसी बात पर उनको परेशानी आती है। उन्हें बहार जाने में भी शर्म आती है। तनाव को कम करने के लिए आप रोजाना मैडिटेशन कर सकती हैं। यह सांस व्यायाम है जो हमारे अंदर की सारी परेशानियों को बहार निकालकर अंदर एक नयी ऊर्जा देती है।