डर को कैसे भगाये (Dar ko kaise bhagaye)? इन सब बातों के बारे में हम आपको बताने जा रहे है। असल में डर तब लगती है जब हमारे दिल कमजोर होता है वह किस भी छोटी बात पर मासूम हो जाता है। बहुत सारे लोग छोटी छोटी बातों से ही डर जाते हैं। बहुत बार तो हम किसी काम के गलत होने पर भी डर जाते है। बहुत सारे तो अँधेरे में जाने से भी डर जाते है। असल में हमारे शरीर में भगवन ने सब चीज डालें है जिनमे डर नाम की चीज भी डाली गई है। डर हर इंसान को लगती है लेकिन अगर आप छोटी छोटी परेशानियों को लेकर डर जाते है तो आगे अपनी ज़िन्दगी में कुछ भी नहीं कर सकते हैं। आपने देखा भी और सुना भी होगा कि डर के आगे जीत है। तो आइये चलिए कैसे अपने डर को भगाये इसके बारे में अच्छीसोच के जरिये आपको बताने जा रहे हैं।
डर कैसे दूर करें – Darr Kaise Dur Kare
असल में किसी का दिल इतना कमजोर होता है कि उसके सामने कोई भी प्रॉब्लम आ जाये तो वह डरने लगता है। ऐसे लोग चाहे वे अकेले हो या रात में कही जा रहे हो, या किसी इन्तेर्विएव में जा रहे हो या किसी समायोजन में उनको स्टेज में जाने से भी डर लगता है। जिसके चलते वे अपनी ज़िन्दगी में कभी भी आगे नहीं बढ़ पते है। सबसे बड़ी बात है की अपने अंदर साहस रखें, सकारातमक सोच का होना बहुत जरूरी है। क्या होगा ज्यादा से ज्यादा आप हार जायेंगे, पहल तो आपको 100% जीत मिलेगी अगर नहीं भी मिलती तो आपका जिगरा मजबूत हो जायेगा और आगे कही भी ऐसा माहौल आये तो आप बेवजह उसका संघर्ष कर सकते है। कभी-कभी तो हम डर डर कर अपने को रोगग्रस्त कर देते हैं। अपने दिल पर हाथ रखकर कहे All Is Well।
जागरूकता
इससे पहले की आपका डर काफी बढ़ जाये आपको जरूर सोचना चाहिए की ये डर है क्या ये मेरी जीवन की कमजोरी बन रही है। अपने विचारो और भावनाओ को बदलें, अगर आप सत्य है तो आपको डरने की क्या जरूरत है आपको डटकर किसी भी समस्या का मुकाबला करना चाहिए। आपकी सच के आगे दर फ़ैल है। इसलिए सबसे पहले अपनी सोच में जागरूकता डालें, आप इस मॉडर्न ज़माने के हो तो आपको तो खुशमिज़ाज और निडर होना चाहिए।
पहचान
एकांत में या सोते समय जाने की वास्तव में डर है, ऐसा क्या होता है जिससे मेरा दिल डरने लगता है। ऐसा कोई भी काम या कोई भी चीज नहीं है जिससे आपको डरना चाहिए। आप उन चित्रों को अच्छे से समझे जिससे आपको डर लग जाता है। आपने कभी गौर किया कि वह आदमी भी नहीं डरता है जो रोजाना बॉर्डर पे है, वह भी नहीं डरता है जो अंतरिक्ष में जाता है, वह नहीं डरते तो पानी के अंदर कितने समय तक रह सकते है तो ये डर आपको क्यों?
दिल कमजोर नहीं करें
बहुत बार हमने देखा है की कोई भी कार्यक्रम हो या कही अकेले जाना हो तो बहुत तो अपने दिल को इतना कमजोर कर देते है जिससे वे डरने लगते हैं, असल में यह हमारी कमजोरी है अगर हम कुछ कर भी सकते है तो आधा तो हम वैसे ही दिल को कमजोर करके डर जाते हैं। निडर रहें जो होगा अच्छे के लिए ही होगा ये चलकर चलें।
Meditation
अकसर डर हमारे दिल की कमजोरी और मानसिक विचारो के कारण आता है, जिससे हमें बेफालतू में महसूस होता है की ये करूँगा तो ये होगा, यहाँ कैसे जाऊं, ये कैसे करूँ? सब बात हमारे मन से सोचे जाते है और दिल फैसला करता है अगर मन ही डर जाये तो दिल तो डरेगा ही। इसलिए अपने दिल और मन को मजबूत बनाने के लिए मैडिटेशन बहुत अच्छा होता है। इसे आप शुबह शाम खुली हवा में कर सकते हैं इससे आपका तनाव भी काम होगा।
सकारात्मकता
जब हमको डर लगता है या हम अकेले होते है तो हम नकारातमक सोचने लगते हैं। यह किसी एक के साथ नहीं लगभग सभी के साथ होता है, जिससे भय और भी बढ़ जाता है। सच मानो या झूट अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो नीचे कमेंट में जरूर बताएं। तो क्यों न हम उस समय सकारात्मक सोचे और उस डर को कम करने की सोच रखें। अपने आपको भयावह असफल रहने की बजाय बेतहाशा सफल होने की कल्पना करें।
Action लें
अगर आप छोटी छोटी बातों से डरने लगते है, तो समझो की आप बड़े डर से तो मर ही जाओगे। इसके लिए आपको एक्शन तो लेना ही पड़ेगा नहीं तो रोजाना डरते रह जाओगे। एक बार एक्शन लेंगे तो धीरे-धीरे आपका डर दूर होते चला जायेगा।
Horror Movie कम देखें।
अगर आपका दिल कमजोर है और आप जल्दी डर जाते हैं तो आपको बहुत वाली movies या कहानी पढ़ना नहीं चाहिए। क्यूंकि अगर आप इन्हे देखते हैं तो डर बढ़ने के chances ज्यादा होने लगते हैं। इससे चाह तो महाभारत देख लें उसमे डर के आगे कैसे जितना चाहिए श्री कृष्ण ने अर्जुन को साफ़ साफ़ बताया हैं।
भविष्य की नहीं सोचें
कई बार डर का कारण हमारा भविष्य के बारे में सोचना होता है। हम बेवजह अपने आज को ख़राब करते है उस दिन के लिए जो हमें दिखाई नहीं देता, जिसके बारे में हमें पता नहीं है की उस दिन तक है जीवित रहेंगे या नहीं। अपने आने वाले कल में डर के कई कारण हैं की मैं परीक्षा में पास होऊंगा या नहीं, मेरी जॉब लगेगी या नहीं, मैं उस काबिल हूँ या नहीं, शादी कैसे होगी, बच्चो का लालन-पोषण कैसे होगा। ये सब परेशानियां आती हैं। इसलिए कल की नहीं सोचो आज में जियो, क्या पता कल हो न हो।
छोटे से करें आरंभ
डर को जड़ से ख़तम करने का सबसे बेहतरीन तरीका है की आप छोटे छोटे डर से लड़ने की छमता रखें। उन्हें अपने उप्पर नहीं हव्य नहीं होने दें उनका डटकर मुकाबला करें। इससे आपका विश्वास बढ़ेगा और आगे कोई भी परेशानी में मदद करेगा।
पीछे की बातें छोड़ दें
हम कई बार अपनी पुरानी बातों और पुराने अनुभव या कोई गलत काम से डरते हैं जिसकी वजह से हम बार इसी बात से डरते हैं कि आगे किसी काम में असफल तो नहीं होंगे। या जो हम कर रहे है उससे कोई गलत परिणाम तो नहीं आएगा ये सोचना बंद करें। जो हो गया और जो होने वाला है उसे देखना बंद करें अपने आज में जीए यही आपकी ज़िन्दगी का आगे बढ़ने का प्रयास है।
ये थे दोस्तों जिनसे आप अपने डर को कायम कर अपने काबू में कर सकते हैं और इस जिंदगी का अच्छे से मजे ले सकते हैं। हम आशा करते हैं की आप ख़ुशी से अपने सफल ज़िन्दगी का आनंद लें और औरों को भी प्रेरित करें।
1 Comment
Sir mujhe 2chakkaa chalne me dar lagta hai ghabrahat ho jata haj body thrthrane lagta hai kyu sir mai kya kru