पथरी का इलाज के लिए घरेलू उपाय: पथरी रोग आज के समय में बहुत ज़्यादा बढ़ता जा रहा है, ये रोग अपने साथ साथ अनेक रोगो को अपने साथ लाता है, जिससे समस्या बढ़ती जाती है और अगर इसका टाइम पर इलाज ना किया जाए तो आदमी की मौत भी हो सकती है। पथरी पथरी के इलाज के लिए अनेक रोगी इससे मुक्ति के लिए medical treatment (operation) का अधिक सहारा लेते है, जिसके लिए उन्हें काफ़ी पैसो की ज़रूरत होती है। लेकिन गुर्दे की पथरी के बहुत घरेलू प्राकृतिक आयुर्वेदिक उपाय भी है जिन्हे घर रहकर भी किया जा सकता है। इन उपचार के लिए ना तो आपको अधिक पैसे की ज़रूरत ही होती है और ना ही p0आपको किसी तरह का साइड एफेक्ट होता है। आइये जानते हैं पथरी के इलाज के लिए घरेलू उपाय और आयुर्वेदिक रामबाण नुस्खे जिनकी मदद से आप ऑपरेशन के बिना पथरी को निकाल सकते हैं। जानिए पथरी होने के कारण, लक्षण, इलाज, दवा एवं घरेलू उपचार – Pathri ka Gharelu Ilaaj .
पथरी का इलाज के घरेलू उपाय – Pathri ka Ghrelu Ilaaj in Hindi
किड्नी में स्टोन यूरिन सिस्टें का एक रोग है जिसमें किड्नी के अंदर छोटे-छोटे पत्थर जैसी कठोर पदार्थ बन जाती है। आम तौर पर ये पदार्थ पेशाब के रास्ते से बाहर निकल जाती है लेकिन कई बार ये इतने सख्त होते हैं जिससे बाहर निकल नहीं पाते हैं और गुर्दे में ही ठहर जाते हैं। जिससे पेशाब बाहर नहीं आ पाती है।
इससे पहले आप गुर्दे की पथरी बाहर निकलने के लिए उपचार जानते उससे पहले आपको जानना होगा आखिर पथरी होती क्यों हैं इसके क्या लक्षण हैं।
गुर्दे या पित्त की पथरी के कारण
- बचपन में मिट्टी खाने से कई कण गुर्दे में ही ठहर जाते हैं।
- पानी कम पीने की वजह से पेशाब सही से नहीं होती है। जिसकी वजह से विषैले पदार्थ बाहर नहीं आ पाते हैं।
- जोर से पेशाब आने पर पेशाब नहीं करने से गुर्दे की पथरी के लिए लापरवाही है।
- कम पानी पीने की वजह से शरीर से विषैले पदार्थ बहार नहीं आ पाते हैं। यह प्रमुख कारण है पथरी होने के। इसलिए रोजाना भरपूर पानी पियें।
पथरी होने के लक्षण
- गुर्दे की पथरी में पेशाब रुक-रुक कर होना।
- पेशाब करते समय दर्द होना और 10 मिनट के बाद दर्द अचानक गायब होना।
- पेशाब का रंग पीला, भूरा, गुलाबी या लाल होना।
- बुखार आना या उल्टी करने को मन करना।
- पथरी के दर्द में ठीक से बैठ ना पाना, न ठीक से खड़े हो पाना, ना ही ठीक से सो पाना।
- पथरी के कारण कमर में दर्द होना।
- पेशाब में अजीब सी बदबू आना पथरी का लक्षण होता है।
पथरी निकालने के घरेलू उपाय और इलाज – Pathri Dur Karne ke Gharelu Upay
भरपूर पानी पिएं
ज्यादा से ज़्यादा पानी पीए। एक दिन में कम से कम 2 से 3 लीटर पानी पीए। शरीर में पानी की कमी होने से गुर्दे में पानी कम छंटता है। पानी कम छनने से शरीर मे मौजूद कैल्शियम, यूरिक एसिड और दूसरे पथरी बनने वाले तत्व गुर्दे में फस जाते हैं। जो बाद में धीरे धीरे पथरी बन जाते है। जीरे और चीनी को समान मात्रा मे पीसकर एक – एक चम्मच ठंडे पानी से रोज 3 बार लेने से लाभ होता है।
करेला है पथरी से छुटकारा पाने के लिए
करेला वैसे तो बहुत कड़वा होता है और आमतौर पर लोग इसे कम पसंद करते है। परंतु पथरी मे यह रामबाण की तरह काम करता है। करेले में मैग्नीशियम और फास्फोरस नामक तत्व होते है, जो पथरी को बनने से रोकते है। इसलिए आप चाहें तो करेले का जूस पीएं या करेले की सब्जी को आहार में शामिल करें।
पथरी दूर करने के लिए खाएं अंगूर
अंगूर मे एलुमिनियम और सोडियम क्लोराइड बहुत ही कम मात्रा में होता है। इसलिए किडनी मे स्टोन के उपचार के लिए अंगूर बहुत ही उत्तम माना जाता है। साथ ही अंगूर प्राकृतिक मूत्रवर्धक के रूप में उत्कृष्ट रूप में काम करता है क्यूंकि इसमें पोटेशियम नमक तत्व और पानी भरपूर मात्रा में होते है। जो पथरी को बाहर निकलने में मदद करते हैं।
पथरी के इलाज के लिए प्याज
प्याज में पथरी नाशक तत्व होते है इसका सेवन कर आप किड्नी के स्टोन से निजात पा सकते हैं। लगभग 70 ग्राम प्याज को पीसकर और उसका रस निकालकर पीए। सुबह खाली पेट प्याज के रस का नियमित सेवन करने से पथरी छोटे-छोटे टुकड़े होकर निकल जाती है।
पथरी का घरेलू उपाय अजवाइन
अजवाइन एक अच्छा मूत्रवाहक है और किडनी के लिए टॉनिक के रूप में काम करता है। गुर्दे में पथरी के गठन को रोकने के लिए अजवाइन का स्तेमाल मशाले के रूप मे या चाय में नियमित रूप से किया जा सकता है। यह पथरी को धीरे-धीरे तोड़कर मूत्र से बाहर धकेलने में मदद करता है।
नियमित रूप से केला खाएं
पथरी की समस्या से निपटने के लिए केला खाना चाहिए क्यूंकि इसमें विटामिन बी 6 होता है। विटामिन बी 6 ओकजेलेट क्रिस्टल को बनाने से रोकता और तोड़ता है। साथ ही विटामिन बी-6, विटामिन बी के अन्य विटामिन के साथ सेवन करना किड्नी में स्टोन के इलाज मे काफ़ी मददगार होता है। एक शोध के मुताबिक विटामिन-बी की 100 से 150 मिलीग्राम दैनिक खुराक गुर्दे की पथरी की चिकित्स्कीय उपचार में बहुत फायदेमंद हो सकता है।
नींबू रस और जैतून का तेल
नींबू का रस और जैतून का तेल का मिश्रण, गुर्दे की पथरी के लिए रामबाण उपचार में से एक है। पथरी का पहला लक्षण होता है दर्द का होना। दर्द होने पर 60 ML लीटर नींबू के रस में उतनी ही मात्रा में जैतून का तेल मिलकर सेवन करने से आराम मिलता है। नींबू का रूस और जैतून का तेल पूरे स्वस्थ्य के लिए अच्छा रहता है और आसानी से मिल भी जाता है।
पथरी से छुटकारा पाने के लिए तुलसी
तुलसी की चाय कोई भी किड्नी हेल्त के लिए बहुत ही सफल प्राकृतिक उपचार है। यह किड्नी में पथरी के इलाज के लिए एक सही उपाय है। शुद्ध तुलसी का रस लेने से पथरी को यूरिन के रास्ते निकालने में सहायता मिलती है। कम से कम एक महीना तुलसी के पत्तो के रूस के साथ शहद लेने से आप फर्क महसूस कर सकते है। साथ ही आप तुलसी के कुच्छ ताजे पत्तो को रोजाना चबा भी सकते है।
पथरी इलाज के लिए अनार का रस
अनार का रस गुर्दे की पथरी के खिलाफ एक बहुत ही सही और आसान घरेलू उपाय है। अनार के कई स्वस्थ्य लाभ के अलावा इसके बीज और रस में खट्टेपन और कासेले गुण के कारण इसे किड्नी में पथरी के लिए एक प्राकृतिक उपाय के रूप मे माना जाता है। रोजाना अनार का जूस पियें और पथरी से छुटकारा पाएं।
Kidney Stone Treatment के लिए तरबूज
गुर्दे की पथरी को बाहर निकलने के लिए तरबूज एक बहुत ही आसान इलाज है। तरबूज में लगभग ९०% से ज्यादा पानी पाया जाता है जो शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकलने में आसानी करता है। रोजाना ज्यादा तरबूज खाएं उतना ही आपका पथरी कम होगा। इससे आपको ज्यादा से ज्यादा पेशाब आएगी और बार-बार पेशाब से पथरी पिघलेगी।
किडनी की पथरी के लिए बाबा रामदेव के योगासन
गुर्दे की पथरी बाहर निकलने के लिए बाबा रामदेव की पतंजलि कंपनी से Divya Ashmaihar Ras आयुर्वेदिक मेडिसिन ले सकते हैं। यह आयुर्वेदिक दवा पथरी को पिघलकर मूत्रमार्ग से बाहर निकलने में मदद करती है। नीचे हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसे योग आसान जिनकी मदद से आप गुर्दे की पथरी को बाहर निकाल सकते हैं। ये योग आप शुबह या शाम कभी भी कर सकते हैं।
- भस्त्रिका प्राणायाम
- अनुलोम विलोम
- भुजंगासना योग
- बालासन योग
- पवनमुक्तासन योग
- उष्ट्रासन योग
राजीव दीक्षित के उपचार पथरी के इलाज के लिए
- 1 गिलास अंगूर का जूस रोजाना सुबह नाश्ते से पहले पीने से पथरी दूर होती है।
- लाल रंग की खट्टी बेरी पीने से पथरी के दर्द से आराम मिलता है। रोजाना एक गिलास खट्टी बेरी के जूस में एक चम्मच नीबू का रस मिलकर पीने से पथरी पेशाब के साथ बाहर निकल जाती है।
- 2 चम्मच सेब का सिरका लें और उसमे 1 चम्मच नीबू का रस मिलाकर पियें। गुर्दे की पथरी के लिए यह अच्छा घरेलू नुस्खा है।
- रोजाना एक गिलास अनार का जूस पीने से पथरी मूत्र के साथ शरीर से बाहर निकल जाती है।
गुर्दे की पथरी के आयुर्वेदिक उपचार
- पपीते के जड़ 5-8 ग्राम पीस लें अब इसमें 50-100 ग्राम पानी से घोल कर साफ़ कपडे से छान लें और मरीज को पीला दें। 21 से 25 दिन इस घोल को पिलाकर पथरी पेशाब के साथ बाहर निकल जाएगी।
- पत्थरचट्टा के पत्तों को पानी में उबाल कर काढ़ा बनाये फिर पियें। लगातार 2 हफ्ते ऐसा करने से आप पथरी से निजात पा लेंगे।
- आंवले के चूर्ण को मूली के साथ रोजाना सुबह के समय खाएं। इससे पेशाब से समन्धित रोग दूर होंगे।
- पथरी निकलने के आयुर्वेदिक इलाज में पके हुए जामुन खाएं। जल्द ही पथरी से छुटकारा मिलेगा।
- दो चम्मच मिश्री, 15 बड़ी इलाइची के दाने, एक चम्मच खरबूज के बीज की गिरी को एक गिलास पानी में अच्छे से घोल लें फिर उसके बाद पी लें। नियमित रूप से सुबह-शाम सेवन करें इससे पथरी का उपचार सही तरह से होगा।
- रोजाना नारियल पानी पियें, किरा, पका पपीता पथरी को बाहर निकालने में मदद करते हैं।
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Sir mera vi gurde me 4mm ka pathari hogaya hay bataiya key karna chahiya