पहली बार अपने शिशु को दूध पिलाना किसी भी मा के लिए सबसे सुखद और ममता भरा पल होता है. लेकिन देखा गया है की आज के समय मे बहुत से माताओ मे दूध की कमी आती है इसका प्रमुख कारण है आजकल की ग़लत दिनचर्या, ग़लत ख़ान-पान, शरीर मे हारमोनल परिवर्तन, पोषण की कमी, जन्म नियंत्रण की गोलियो की खपत. जिसके कारण बहुत से माताए अपने शिशु को पूरी तरह से दूध नही पीला पाती. और जिसके कारण उनका शिशु कुपोषण, कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली, खराब स्मृति और कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के उच्च जोखिम मे आ सकता है. चूंकि नवजात शिशुओं के लिए स्तन का दूध बहुत महत्वपूर्ण पोषण स्रोत है, इसलिए इसकी आपूर्ति बढ़ाने के लिए कदम उठाना महत्वपूर्ण है। आपका डॉक्टर दवाओं को लिख सकता है लेकिन दूध की आपूर्ति नही कर सकता है. इसलिए आपको आज हम कुछ आसान और सरल स्तनों का दूध बढ़ाने के उपाय, ब्रैस्ट मिल्क कैसे बढ़ाये के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनसे आप अपने स्तनों का दूध के उत्पादन को बढ़ा सकते हैं।
स्तनों का दूध बढ़ाने के घरेलू उपाय – Stano ka Dhoodh Badhane ke Gharelu upay
एक नवजात शिशु के लिए मा का दूध 6 महीने से 1 साल तक बहुत महत्वपूर्ण भोजन होता है। इसमें संक्रमण से लड़ने वाले antibody होते हैं जो शिशु के प्रारंभिक जीवन में आने वाले संक्रमणों और बीमारियो से लड़ता है. और शिशु को हृष्ट-पुष्ट बनाता है. स्तानो के दूध नवजात शिशु को प्रोटीन की भी अच्छी मात्रा देता है. इसमे amino acid और cholesterol होते है जो सामान्य शरीर और मस्तिष्क के विकास को बढ़ावा देते हैं। स्तनपान न केवल बच्चे को लाभ देता है बल्कि यह भी महिलाओं को गर्भावस्था के वजन कम करने में मदद करता है.
स्तनपान करने का समय बदले
स्तनों के दूध की मात्रा को बढ़ने के सबसे बढ़िया और आसान तरीका है आप अपने बच्चे को अधिक से अधिक बार दूध पिलाए चाहे आपके स्तनों मे दूध आ रहा है या नही. क्यूंकि बच्चे के लगातार स्तनों को चूसने के से मा के शरीर मे उत्तेजना होती है स्तन से ज्यादा दूध की मांग करने पर शरीर को ज्यादा दूध उत्पादन का संदेश जाता है। साथ ही अपने शिशु को दोनो स्तनों को बराबर चूसने दे. और यह सुनिश्चित करे कि आपका बच्चा दूध पीने के लिए तैनात है. इस बात की चिंता न करें कि वह समय की छोटी अवधि के लिए चूस रहा है। इससे आपका बच्चा भी आराम से स्तनपान कर सकेगा और उसे अच्छा महसूस होगा
मालिश करे
अपने स्तनों को मालिश करने से आपके स्तानो मे दूध की मात्रा में वृद्धि होती हैं। जब भी आप अपने बच्चे को दूध पिलाने के लिए तैयार है उससे पहले अपने स्तन को 1 या 2 मिनट में गोल करने की कोशिश करें, जिससे आपके स्तानो पर गर्म दबाव पड़ेगा जिससे उस area मे में रक्त की आपूर्ति बढ़ जाएगी और दूध की मात्रा अपने आप बढ़ जाएगी. साथ ही जब भी आप अपने बच्चे को दूध पीला रही हो तो अपने स्तनों को दबाते रहे . इससे एक बार स्तनपान कराने पर स्तन पूरी से तरह से खाली हो जाता है।
हर्बल पूरक करें
जिन महिलाओ मे दूध की कमी होती है, उन महिलाओ को doctors द्वारा herbal supplement लेने की सलाह दी जाती है. doctors का मानना है की यह अग्रेज़ी दवाइयों के मुकाबले herbal supplement दूध पैदा करने का सबसे अच्छा स्रोत है. अगर आप herbal supplement प्रयोग में लेन की सोच रही है तो सबसे पहले doctors से सलाह ले.
खिला पंप
अध्ययन से पता चला है की अगर आपके स्तनों का दूध मे कमी हो जाए तो आपको feeding pump का इस्तेमाल करना चाहिए. इससे आपके body को दूध की कमी का संदेश जाता है. दूध की आखिरी बूंद के बाद करीब 5 बार स्तन को pump करें। आजकल बाजार मे बहुत सारे feeding pump आसानी से मिल जाते है.
स्तनों का दूध बढ़ाने वाले आहार
यहा अब हमे आपको Stano Ka Doodh वाले भोजन के बारे मे बताने जा रहे है जिनसे आपको अपने Breast Milk Badhane मे कोई problem नही होगी. और आपका बच्चा मा के दूध के बिना नही रह सकता है.
फलों के रस और पानी
फलों के रस और पानी को स्तनों के दूध बढ़ाने का सबसे बड़ा स्रोत माना जाता है. शुद्ध पानी पिए, फल या सब्जी के जूस आपके लिए बहुत लाभकारी सिद्ध होते है. रोजाना 1 या 2 गिलास किसी भी फल, संतरे को छोड़कर जूस पिए. थोड़े ही दिनों मे आपको दूध की मात्रा मे बृद्धि नज़र आएगी.
दाल जिनके जरिये दूध में बढ़ावा होता है
दाल दूध बड़ाने के सबसे अच्छे स्रोत होते है. दाल मे प्रोटीन, आइरन और फाइवर की मात्रा ज़्यादा होती है जो की दूध की मात्रा को बढ़ने मे असरदार होते है. दालो मे लाल मसूर दाल सबसे अच्छा विकल्प है
दूध
Breast Milk बढ़ाने मे आप गायों, भैंसों और बकरियों से प्राप्त ताजा दूध खरीद सकते हैं। जब भी संभव हो, पैक किए गए दूध से बचें क्योंकि विनिर्माण प्रक्रिया दूध की प्राकृतिक पोषण को काफी हद तक नष्ट करती है। चाहे दूध हो या कोई भी juice pack किए गये पदार्थो से दूर रहे. ये सारे products केवल विज्ञापन से चलते है इनसे आपके और आपके नवजात शिशु को नुकसान हो सकता है.
लहसुन और तुलसी
हम सब जानते है की लहसुन से हमारे मूह मे बदबू आती है लेकिन इसके फायदे से आप इसे avoid नही कर सकते है. अगर आप करी या कोई भी पकवान बना रहे है तो उसमे लहसुन की मात्रा ज़रूर डाले इससे आपके शरीर को गर्मी मिलती है जिससे दूध की मात्रा मे बढ़ोतरी होती है. तुलसी भी दूध बढ़ने मे लाभकारी माना जाता है.
वसा वाला भोजन
अगर आप चाहते है की आप अपने शिशु को पूरी तरह से दूध दे सकती है तो आपको ज़्यादा वसा और तेल के आहार से बचना पड़ेगा. ट्रांस-वसा और अच्छे colestrol या HDL के साथ बने भोजन से बचें, कम घनत्व LDL को खराब colestrol के रूप में जाना जाता है। चावल की भूसी तेल या खाना पकाने के लिए जैतून का तेल चुनें। बादाम और काजू जैसे पदार्थ भी अच्छे वसा वाले संसाधन हैं
मशाले
आपको अपने स्तनो के दूध की बढ़ोतरी के लिए तिल या काला तिल का बीज, अजवाइन, जीरा अपने पकवान शामिल करने पड़ेंगे. मेथी या मेथी के बीज और सौफ या सौंफ़ का बीज भी बहुत अच्छा है। यह देखा गया है कि जो मां लैक्टेट करने में असमर्थ हैं आम तौर पर मेथी समृद्ध आहार के एक सप्ताह के बाद छिड़ना शुरू हो जाती है.
लाल पकवान
शार्कखण्ड या मीठे आलू, गाजर और चुकंदर जैसी आम लाल सब्जियां भी दूध की मात्रा को बढ़ने मे बहुत अच्छे हैं। लाल-सजी बीटा-कैरोटीन की एक स्वस्थ खुराक की आपूर्ति करते हैं, जिससे माता और बच्चे के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाया जा सकता है। इनमें ज़्यादतर आइरन और कैल्शियम होता है, जो की आपके दूध की गुणवत्ता को मजबूत करते हैं। गाजर का हलवा एक अच्छा स्रोत माना जाता है.
सब्जियां
सब्जियां हमारे शरीर को fit रखने के लिए बहुत उपयोगी होते है. इनमे से कई सब्जियो मे लैक्टोजेनिक होता है जो की आपके शरीर को अद्भुत पोषण के साथ अद्भुत आपूर्ति प्रदान करते है. सब्जियो मे आप सेम और पालक, पारंपरिक रूप से दूध की आपूर्ति को बढ़ावा देने के काम आती है.