जवानी में रात को सोते समय या नींद में अपने आप वीर्य निकल जाता है तो करे ये उपाए
स्वप्नदोष रोकने के उपाय और इलाज: रात को सोते समय या नींद में अपने आप वीर्य निकल जाता है इसे स्वप्नदोष कहते हैं। जवानी में स्वप्नदोष होना एक सामान्य समस्या है। जवानी में बहुत लोगों में यह समस्या देखने को मिलती है। इससे सेहत पर भी बुरा असर पड़ता है। कई पुरुषो को इस बात को लेकर डर रहता है की आख़िर स्वपनदोष से कैसे बचे। नाईट फॉल को कैसे रोका जाय। नाइटफॉल (स्वपनदोष) से थकान, अंडकोष में दर्द, कमजोर रस्खलन और शिग्रपतन जैसी समस्या हो सकती हैं।
बहुत से पुरुष स्वप्नदोष को रोकने के लिए अंग्रेजी दवा भी लेते हैं लेकिन बिना मेडिसिन लिए भी घरेलू उपाय और आयुर्वेदिक देसी इलाज के जरिये भी नाईट फॉल की समस्या को रोका जा सकता है। आइये जानते हैं घरेलु तरीके जिससे स्वप्नदोष को कैसे रोके वाली समस्या दूर करें।
स्वप्नदोष क्यों होता है – Causes of Nightfall in Hindi
महीने में दो या टीन बार स्वप्नदोष होना सामान्य बात है। लेकिन यह प्राब्लम इससे ज़्यादा बार होती है, तो कुछ गड़बड़ होने की आशंका है। शीघ्रपतन को भी स्वप्नदोष की समस्या से जोड़कर देखा जा सकता है।
- सपने में खुद को सम-भोग करते हुए देखना।
- पेट के बल सोना।
- अश्लील फिल्मे दिखकर सो जाना।
- अश्लील चिंतन करना।
- सोने से पहले किसी नारी के बारे में सोचना।
- सम-भोग करने के बारे में सोचना।
- रात को देर से सोना।
- लगातार दो या तीन तीन नॉन-वेज खाना।
स्वप्नदोष रोकने के उपाय – Nightfall का इलाज
- स्वप्नदोष के होने का एक सबसे बड़ा कारण हम अपने खुद को उत्तेजित करते हैं। अश्लील कहानिया या वीडियो देखने से मन में कामुकता आती है। इसलिए अश्लील वीडियो को देखना बहुत कम करें। अगर आप रात के समय देख रहे हैं तो हस्तमैथुन कर लें।
- रोजाना एक्सरसाइज करने से भी शारीरिक ऊर्जा का सही इस्तेमाल होता है और आप स्वप्नदोष से बच सकते हैं। योग या एक्सरसाइज से फिस्कल एनर्जी का इस्तेमाल होता है जिससे नाईट फॉल होने की संभावना बहुत कम हो जाती है।
- जो लोग पेट के बल सोते हैं उनको स्वप्नदोष होने की संभावना ज्यादा होती है। पेट के बल सोने से आपका पार्ट दब जाता है। इसलिए अपने सोने की स्थिति में बदलाव लाएं।
- रत को सोते समय अश्लील वीडियो ना देखकर कुछ पॉजिटिव किताबें या गाने सुने। दिमाग को खाली नहीं रहने दें जिससे आपके दिमाग में अश्लील बातें आने लगे।
- रात को सोने से पहले दूध नहीं पियें इससे शरीर को गर्मी और ऊर्जा मिलती है जिससे स्वप्नदोष होने की संभावना ज्यादा होती है।
- रात को सोने से पहले अपने हाथ पैरों को ठन्डे पानी से धो लें।
- रात का भोजन सोने से २ घंटे पहले लें और हल्का खाना खाएं। भोजन के बाद रात को पेशाब जरूर करें।
- रात को हल्के और ढीले कपड़े पहनकर सोएँ।
- सप्ताह में एक या दो बार हस्तमैथुन करने से भी आप स्वप्नदोष से बच सकते हैं।
- स्वप्नदोष से बचने के उपाय के लिए बेस्ट तरीका है की आप अपने दिमाग को शांत और साफ़ रखें कोई अच्छी वीडियो देखें।
स्वप्नदोष का घरेलू इलाज और आयुर्वेदिक नुस्खे
- रोजाना आंवले का मुरब्बा खाएं और उसके उप्पर से गाजर का रस पीएं।
- तुलसी की जड़ के टुकड़े को पीसकर पानी के साथ पीये इससे लाभ होगा। अगर जड़ नहीं मिले तो बीज 2 चम्मच शाम के टाइम लें।
- काली तुलसी के पत्ते 10-12 रात में जल के साथ लें।
- लहसुन की दो कली कुचल कर निगल जाएं, थोड़ी देर बाद गाजर का रस पीएं।
- मुलेठी का चूर्ण आधा चम्मच और आक की छाल का चूर्ण एक चमच दूध के साथ लें।
- रात को एक लीटर पानी में त्रिफला चूर्ण भिगो दें। सुबह मथकर महीन कपड़े से छानकर पीनसे से भी लाभ होता है।
- अदरक रस 2 चम्मच, प्याज रस 3 चम्मच, शहद 2 चम्मच, गाय के दूध से बना घी 2 चम्मच सबको मिलाकर सेवन करने से स्वपनदोष तो ठीक होगा ही साथ मर्दाना ताक़त भी बढ़ती है।
- रोजाना दो केले खाएं और गुनगुना दूध पियें।
- अनार के छिलके को पीसकर चूर्ण बनाये और सुबह-शाम पांच-पांच ग्राम पानी के साथ सेवन करें।
- मिश्री और सूखा धनिया मिलाकर अच्छे से पीसे और पाउडर बनायें। स्वप्नदोष के लिए यह एक देसी इलाज है आपको रोजाना सादे पानी के साथ आध चम्मच इसे लेना है।
नाईट फॉल रोकने के लिए योग
स्वप्नदोष के इलाज के लिए बाबा रामदेव के नुस्खे और योग बहुत ही कारगर हैं। योग जिस प्रकार मानसिक और शारीरिक रोगों के उपचार में फायदा देता है उसी तरह यह स्वप्नदोष के इलाज के लिए बहुत ही लाभदायक होता है। नीचे दिए गए योग मुद्राएं करके आप नाईट फॉल से बच सकते हैं।
1. विज्रोली क्रियाविधि: पेशाब करते समय कुछ सेकेंड के लिए पेशाब रोकें और फिर करें। पेशाब करते समय इस क्रिया को 2-3 बार करने से लिंग की नसें मजबूत होती है और स्वप्नदोष खत्म हो जाता है।
2. अश्विनी मुद्रा: दोनों घुटनों पर शौच करने की स्थिति में बैठ जाएं और अपने गुदा द्वार को अंदर खींचकर कुछ सेकेंड बाद छोड़ दें। इस क्रिया को 30 से 40 बार करें और इस आसन को दिन में 2-3 बार करें। स्वप्नदोष के उपाय के साथ-साथ इस आसन से नपुंसकता का इलाज भी होता है।