मयूरासन योग कैसे करें विधि, लाभ एवं सावधानियां: मयूरासन यानी मोर की आकृत का आसन। इस आसन में आदमी का शेप मोर की तरह बन जाता है। इसलिए इस योग को मयूरासन के नाम रखा गया है। इस आसन को नियमित रूप करने से जीवन में कभी भी डाइबिटीज़ नहीं होता। ये ही नहीं अगर आपको ब्लड शुगर, कब्ज, आजकल की तेज़ी से फैलती बीमारियो से लाभ पाने के लिए मयूरासन बहुत ही फायदेमंद है।
मयूरासन को दो तरह से किया जा सकता है। पहला आप इसे ज़मीन पर हाथों के बल से शरीर को उठाकर और दूसरा तरीका है किसी मेज के किनारों को हथेलियों से बल देकर करना। वैसे पहला वाला तरीका ही मयूरासन में अधिक लाभ देता है। चलो आइए जानते है मयूरासन कैसे करें और किन लोगों को इस योगा को नहीं करना चाहिए।
मयूरासन योग कैसे करें
Step 1: ज़मीन पर घुटने टीकाकार बैठ जाएँ। दोनों हाथ की हथेलियों को ज़मीन पर इस प्रकार रखें कि सब उंगलियां पैर की दिशा में हो और परस्पर लगी रहें।
Step 2: दोनो कुहनियों को मोड़कर पेट के कोमल भाग पर, नाभि के इर्द-गिर्द रखें, अब आगे झुककर दोनों पैरों को पीछे की ओर लंबे करें।
Step 3: साँस बाहर निकालकर दोनों पैरों को ज़मीन से उप्पर उठायें और सिर का भाग नीचे झुकाएं। इस प्रकार पूरा शरीर ज़मीन के बराबर समान्तर रहे, ऐसी पोज़िशन बनायें।
Step 4: पूरे शरीर का वजन केवल दो हथेलियों पर ही रहेगा। जितना टाइम रह सके उतना टाइम इस पोज़िशन में रहकर फिर मूल पोज़िशन में आ जाएँ।
Step 5: शुरू में यह आसान एक बार ही करे, धीरे-धीरे छमता के अनुसार बढ़ाएं।
Step 6: इस आसन को करने के लिए शरीर का संतुलन बनाए रखना ज़रूरी है। जोकि पहली बार मे संभव नहीं। यदि आप रोजाना मयूरासन का अभ्यास करेंगे, तो आप निश्चय तौर पर आसानी से इसे कर पाएँगे।
मयूरासन योग करने से लाभ
1- मयूरासन से गुर्दे, अग्नाशय और आमाशय के साथ यकृत इतियादी को बहुत लाभ होता है।
2- इस आसन का अभ्यास लगातार करने वालों को डायबिटीज रोग नहीं होता।
3- मन की शांति, तनाव दूर करने के लिए ये योगा बहुत बेस्ट होता है।
4- पेट के रोग जैसे कब्ज, गैस, अपच का सफ़ाया करता है और पाचन शक्ति को बहुत मजबूत बनाता है।
5- चेहरे पर रौनक लाता है। दाग धब्बे को होने नहीं देता।
6- यह आसन फेफड़ों के लिए बहुत ही उपयोगी है।
7- इस आसन को करने से बॉडी मजबूत होती है।
8- जिस किसी को भी शुगर का रोग हो उसे तुरंत दूर करता है।
9- आँखो से समन्धित कोई भी समस्या के समाधान के लिए मयूरासन योग बहुत ही लाभदायक है।
10- सामान्य रोगों के अलावा मयूरासन से आँतो और अन्य अंगों को मजबूती देता है। मयूरासन से अमाशय और मूत्राशय के दोषों से मुक्ति मिलती है।
किन लोगों को मयूरासन नहीं करना चाहिए
- आमतौर पर मयूरासन उन लोगों को नहीं करना चाहिए, जिनका ब्लड प्रेसर बहुत ज़्यादा हो।
- टीवी यानी तपेदिक के मरीजों को भी मयूरासन नहीं करना चाहिए।
- हार्ट अटैक या हार्ट से रिलेटेड बिमारियों से एफेक्टिव लोगो को भी मयूरासन नहीं करना चाहिए।
- अल्सर और हर्निया रोग से पीड़ित लोगो को यह योगा करने से बचना चाहि। .
4 Comments
Aisa kon sa yoga hai jisse dublapan dur hota hai
Hmari site pr dekhen
thanks for sharing this unique article.
Bawasir Wale Bhi kar Sakte kya is Aasana Ko