जामुन खाने से हैं इतने फायदे : जामुन एक मौसमी फल है, यह जितना खाने में स्वादिष्ट होता है उतना ही रोगों से शरीर को बचता है। इसमें कई सारे औषधीय गुण भी होते हैं। प्राचीन आयुर्वेद में जामुन को कई नामों से जाना जाता है जैसे राजमन, काला जामुन, जमाली। और्वेद में जामुन का फल ही नहीं इसके पत्ते, छाल भी रोग विकारों को नष्ट करने में किया जाता रहा है। इसकी प्रकृति अम्लीय और कसैली होती है, लेकिन इसका स्वाद खाने में मीठा होता है। अम्लीय होने के कारण जामुन को नमक के साथ खाया जाता है। जामुन में ग्लूकोज और फ्रक्टोज पाया जाता है। आइये जानते हैं जामुन के औषधीय गुण और और स्वास्थ्य लाभ Blackberry (Jamun) Benefits and Side-Effects in Hindi।

जामुन के फायदे – Jamun Ke Fayde in Hindi
जामुन में कई तरह के खनिज लवण पाए जाते हैं, विशेषकर इसके बीज में carbohydrate, प्रोटीन और कैल्शियम अधिक मात्रा में पाया जाता है। मधुमेह रोगी बिना किसी परेशानी के इस फल को खा सकता है। जामुन की गुठली ब्लड शुगर की अधिकता को नियंत्रण करने में अच्छा माना जाता है। जामुन में विटामिन बी और आयरन की प्रचुर मात्रा होती है।
डायबिटीज की समस्या दूर करे
जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या उनके लिए जामुन काफी फायदेमंद होता है। इसमें ग्लाइकेमिक इंडेक्स कम होता है जिससे रक्त में शुगर का स्तर नियंत्रित होता है। साथ ही डायबिटीज के मरीजों को बार-बार प्यास लगने की समस्या दूर हो जाती है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाये
जामुन में कैल्शियम, आयरन, पोटेशियम और विटामिन C की प्रचुर मात्रा होती है जिसकी वजह से यह हड्डियों की कोई भी परेशानी को खत्म कर देता है। इसमें रोग प्रतिरोधी क्षमता अधिक होने के कारन हड्डियों की समस्या का निदान आसानी से हो जाता है।
एसिडिटी के लिए
एसिडिटी वाले रोगिओं के लिए जामुन काफी अच्छा लाभकारी होता है। एसिडिटी पीड़ित रोगियों को काले नमक में भुना जीरा पीस लें और उसमे जामुन का सेवन करे तो जल्द ही एसिडिटी का रोग दूर हो जाता है।
दस्त की समस्या दूर करे
अगर आपको ज्यादा दस्त या खून वाले दस्त होते हैं तो आपको जामुन का सेवन करना चाहिए। दस्त होने पर आपको जामुन के रस में सेंधनमक को मिलकर खाना चाहिए इससे तुरंत ही आपको लाभ पहुंचेगा।
जामुन का सेवन पथरी में सहायक
पथरी से पीड़ित लोगों के लिए जामुन काफी फायदेमंद होता है। इसके लिए आपको जामुन की गुठली को दही के साथ मिलकर खाना चाहिए। इसके अलावा जामुन लिवर से पीड़ित रोगियों के लिए भी काफी असरदार होता है। अगर आप कब्ज या पेट के रोगों से परेशान हैं तो जामुन का उपयोग करें, बहुत फायदा मिलेगा।
हृदय के लिए लाभकारी
जामुन में पोटेशियम की मात्रा काफी अधिक होती है। अगर आपको दिल का दौरा, high blood pressure और कोई दिल की परेशानी है तो जामुन का सेवन करें। अगर आप तोजना 100 ग्राम जामुन का सेवन करें तो आपको 55 मिलीग्राम पोटेशियन मिलता है जो की दिल की समस्या के लिए काफी असरदार होता है।
मुंह की बीमारियों को दूर करे
जामुन का फल जितना अधिक आपके लिए फायदेमंद होता है उसी तरह इसके पत्ते भी आयुर्वेद में पाचन क्रिया को सही करने में किया जाता है। मुँह से जुडी समस्याओं के लिए यह काफी इस्तेमाल किया जाता है। दाँतों के पीलेपन और मसूड़ों को मजबूत करने के लिए जामुन की छाल काफी असरदार होती है। जामुन की छाल को बारीक पीसकर हर रोज मंजन करने से दांत मजबूत और रोग-रहित होते हैं।
खून की कमी दूर करे
जामुन में मौजूद पोषक तत्व जैसे कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन और विटामिन रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक होते हैं। जिस व्यक्ति को खून की कमी हो उसे जामुन का ज्यादा उपयोग करना चाहिए। शरीर में खून की कमी को बढ़ने में जामुन काफी फायदेमंद होता है।
कील-मुंहासे दूर करे
अगर आपके चेहरे पर कील मुँहासे हैं तो इसके लिए जामुन की गुठलियां काफी असरदार होती हैं। चेहरे के पिम्पल्स को दूर करने के लिए जामुन की गुठलियों को सुखाकर पीस लें। फिर इस पाउडर को रात के समय सोने से पहले गाय के दूध में मिलाकर चेहरे पर लेप करें। सुबह ठन्डे पानी से धो लें कुछ ही दिनों में आपको बदलाव नजर आएगा।
मधुमेह के उपचार
मधुमेह के उपचार के लिए जामुन बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। मधुमेह के रोगी जामुन की गुठलियों को सुखाकर, पीसकर उनका सेवन करें। इससे शुगर का स्तर सामान्य रहता है।
लिवर सही रखे
अगर आपके लिवर में कोई परेशानी है तो आपको जामुन का रस पीना चाहिए। रोजाना सुबह शाम जामुन के रस को पीने से आपका लिवर स्ट्रांग बनता है और कोई भी परेशानी नहीं होती है।
जामुन के नुकसान – Jamun ke Nuksan In Hindi
- जामुन का सेवन खाली पेट करने से कब्ज की दिक्कत हो जाती है इसलिए यह जरूर ध्यान रखें।
- जामुन खाने के बाद तुरंत दूध पीना हानिकारक है।
- अत्यधिक जामुन खाने से शरीर में दर्द और बुखार भी हो जाता है।
- गर्भवती एवं दूध पिलाने वाली महिलाओं को जामुन का सेवन नहीं करना चाहिए।
- जामुन के बीज, छाल और पत्तियों से बने उत्पादों का सेवन अधिक मात्रा में करने से यह डायबिटीज रोगियों में ब्लड शुगर लेवल को घटा सकता है जिससे उनकी दिक्कतें बढ़ सकती हैं।