कटुसपदपीतम योगा कैसे हमारे लिए फायदेमंद है इसके बारे में आज हम आपको बताने जा रहे है।कटुसपदपीतम मुद्रा करने से हमारे हाथ पैरो की मांशपेशियां मजबूत होती है। इसके एफेक्ट से हमारे हाथ पैरों में जमी चर्बी कम होने लगती है। जिन लोगों को साँस सबंधित समस्या हो उनके लिए ये आसन बहुत ही लाभदायक है। कटुसपदपीतम टेबल पोज़ पीठ, हाथ और पैरों की मांशपेशियों को मजबूत करता है। इसलिए अगर हम नियमित रूप से योगा करेंगे तो हमे इस तरह की किसी भी मुसीबत का सामना नही करना पड़ेगा। तो चलिए जानें कटुसपदपीतम योग विधि एवं इससे होने वाले स्वास्थय लाभ Catuspadapitham Yoga steps in hindi.
कटुसपदपीतम योग विधि Catuspadapitham Yoga in Hindi
कटुसपदपीतम आसन को इंग्लीश मे टेबल टॉप, क्रॅब और हाफ रिवर्स प्लांक इत्यादि कई नामों से जाना जाता है। संस्कृत में इसे अर्ध पूर्वोत्तासना कहा जाता है जिसका अर्थ है half intense east stretch. इस योगासन के नियमित अभ्यास से हाथ-पैरों की मांशपेशियां मजबूत होने के साथ-साथ चर्बी मुक्त होती है।
Step 1: इस एक्सरसाइज को करने के लिए सबसे पहले आप दण्डसन में बैठ जाएँ।
Step 2: उसके बाद आप अपने घुटनों को मोड़ लें और अपने पैरों को ज़मीन पर लिटा कर रखें।
Step 3: अब अपने हाथों को हिप्स के पीछे रहें और उंगलियां शरीर की दूसरी दिशा में रखें।
Step 4: साँस अंदर लेते हुए अपने हाथों पर पीछे की तरफ झुकें, धीरे-धीरे अपने हिप्स को उप्पर की ओर उठायें। ध्यान रखें कि आपके घुटने और पैरों की उंगलियां सामने की तरह ही रहे और आप उप्पर देख रहे हो।
Step 5: अब एड़ियों पर ज़ोर डालें और हिप्स को और उप्पर उठायें।
Step 6: धीरे-धीरे साँस लें और 6-7 साँस तक इसी अवस्था में बने रहें।
Step 7: अब आप वापस आने के लिए हिप्स को धीरे-धीरे ज़मीन पर लाए।
कटुसपदपीतम योग करने से लाभ
- यह शरीर के उपरी हिस्से को एक गहरा खिचाव प्रदान करता है, जिसमें आपके कंधे, छाती, पेट और रीढ़ की हड्डी भी शामिल हैं।
- यह मुद्रा शरीर की सभी मांशपेशियों और रीढ़ की हड्डी के आस-पास की मांशपेशियों में ताक़त का निर्माण करती है। साथ ही यह संतुलन बनाए रखने में मदद करती है और पस्तुरे को बेहतर बनाती है।
- इसके अलावा यह कलाई, हाथ, पैर, पीठ इत्यादि को मजबूत बनती है और शरीर को स्पूर्तिवान बनाती है।
- इस योग को करने से हमे तनाव और थकान से मुक्ति मिलती है।
कटुसपदपीतम में सावधानिया
- अगर आपकी कलाई, गर्दन या बैक में कोई चोट है तो आप इस आसान को नही करें।
- गर्भवती महिलाएं और पीरियड्स के दौरान महिलाए इस आसान को नहीं करें।